मोदी की हिदायत, आसाराम का पक्ष न लें भाजपा नेता

मोदी की हिदायत, आसाराम का पक्ष न लें भाजपा नेता

मोदी की हिदायत, आसाराम का पक्ष न लें भाजपा नेताज़ी मीडिया ब्यूरो
नई दिल्ली : यौन शोषण के मामले में फंसे आध्यात्मिक गुरु आसाराम बापू का बचाव करने वाले भाजपा नेता व प्रवक्ता को गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिदायत दी है कि वह ऐसा न करें क्यों कि इससे पार्टी की छवि धूमिल होगी। एक रिपोर्ट के मुताबिक मोदी ने भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह से इस संबंध में बात की और उनसे यह सुनिश्चित करने को कहा कि पार्टी प्रवक्ता और नेता आसाराम का बचाव करने से खुद को बचाएं।

मोदी ने कहा कि पार्टी के सभी सदस्यों को यह कहना चाहिए कि जांच चल रही है और आसाराम के साथ कानून के मुताबिक बर्ताव होना चाहिए। किसी को जवाब में बचाव करने की जरूरत नहीं है। गौरतलब है कि कांग्रेस और जदयू ने आसाराम का बचाव करने पर भाजपा को आड़े हाथों लेते हुए उस पर दोहरे मापदंड अपनाने का आरोप लगाया था।

लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष सुषमा स्वराज ने जब सदन में मुंबई गैंगरेप के आरोपियों को फांसी की सजा देने की मांग की थी तब जदयू अध्यक्ष शरद यादव ने कहा था कि आपको आसाराम के मामले पर भी बोलना चाहिए। आप इस मामले पर चुप क्यों हैं? गौरतलब है कि भाजपा नेता और मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने आसाराम का बचाव करते हुआ उन्हें निर्दोष बताया था।

उमा भारती ने 22 अगस्त को कहा था कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी का विरोध करने के कारण आसाराम को निशाना बनाया जा रहा है। कांग्रेस शासित राज्यों में बापू के खिलाफ फर्जी केस दर्ज करवाए जा रहे हैं। हम आसाराम के साथ हैं। 27 अगस्त को राज्यसभा सांसद प्रभात झा ने भी आसाराम का बचाव किया था। उन्होंने आसाराम पर लगे आरोपों को कांग्रेस की ओर से सुनियोजित साजिश करार दिया था।

उल्लेखनीय है कि गुजरात में आसाराम के खिलाफ तीन केस दर्ज हुए थे। मोदी सरकार ने इन मामलों में आसाराम का किसी तरह बचाव नहीं किया था। तीन में से एक मामला 2008 में अहमदाबाद के मोटेरा स्थित आश्रम में रहस्यमयी तरीके से तीन बच्चों की मौत से जुड़ा है।

First Published: Thursday, August 29, 2013, 12:32

comments powered by Disqus