Last Updated: Tuesday, October 4, 2011, 08:04
चेन्नई : भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) द्वारा मोबाइल संदेशों की संख्या पर लगाए गए प्रतिबंध से मूक-बधिर लोगों की दिक्कतें काफी बढ़ गई हैं. उनका मानना है कि ट्राई ने ऐसा करके उन्हें संचार के एक सशक्त माध्यम से वंचित कर दिया है.
अवांछित कॉल और एसएमएस पर लगाम कसने की कार्रवाई के तहत ट्राई ने हाल में ही एक दिन में भेजे जाने वाले मोबाइल संदेशों की संख्या को 100 तक सीमित कर दिया है. व्यवसाय जगत से जुड़े लोग और छात्र भी इस कदम पर काफी हो-हल्ला मचा चुके हैं. ट्राई के इस निर्णय से उन बधिर छात्रों को संवाद करने में दिक्कत हो रही है जो घर-परिवार से बाहर रहकर पढ़ाई करते हैं.
हालांकि, ऐसी मांगें की जा चुकी हैं कि बधिरों को इस निर्णय से अलग रखा जाए, लेकिन सरकार इससे सहमत नहीं हैं. वह कहती है कि यह मूखर्तापूर्ण और अनावश्यक मालूम पड़ता है.
(एजेंसी)
First Published: Tuesday, October 4, 2011, 13:34