राज्य पुनर्गठन आयोग का गठन हो : भाजपा

राज्य पुनर्गठन आयोग का गठन हो : भाजपा

राज्य पुनर्गठन आयोग का गठन हो : भाजपानई दिल्ली : अलग तेलंगाना राज्य बनाने के संप्रग के फैसले पर ‘प्रसन्नता और शंका’ दोनों जाहिर करते हुए भाजपा ने आज मांग की कि राज्य पुनर्गठन आयोग का फिर से गठन करके ‘बुंदेलखंड राज्य’ सहित पृथक राज्य बनाने के सभी प्रस्तावों पर विचार किया जाए। पार्टी की वरिष्ठ नेता उमा भारती और प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने यहां संयुक्त प्रेस वार्ता में यह मांग की।

उमा ने कहा, ‘राज्य पुनर्गठन आयोग को फिर से बनाया जाए और अलग राज्य बनाने के जो अन्य प्रस्ताव फैसले से वंचित रह गए हैं, उन पर भी विचार किया जाए।’ उन्होंने कहा कि इनमें मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड क्षेत्रों को मिलाकर उसे पृथक राज्य बनाने और उत्तर प्रदेश को चार राज्यों में बांटने के बसपा प्रमुख मायावती के प्रस्ताव सहित ऐसी सभी मांगों पर विचार हो।

मायावती की मांग को हालांकि उन्होंने ‘राजनीति से प्रेरित’ बताते हुए कहा कि जब चुनाव करीब होते हैं, तभी वह ऐसी मांग उठाती हैं। लोकसभा चुनाव करीब आता देख उन्होंने यह मांग की है और इससे पहले यूपी के अपने शासन के अंतिम दिनों में उन्होंने उत्तर प्रदेश को ‘पूर्वांचल, पश्चिम प्रदेश, अवध प्रदेश और बुंदेलखंड’ में बांटने का प्रस्ताव पारित कराया था।

भाजपा नेता ने कहा, बहरहाल जिस भी उद्देश्य से पृथक राज्यों की मांग की गई हों, अच्छा यही होगा कि राज्य पुनर्गठन आयोग का फिर से गठन हो और उसमें अलग राज्यों के सभी प्रस्तावों पर विचार के बाद संसद में उन पर व्यापक चर्चा से अंतिम फैसला किया जाए। तेलंगाना राज्य बनाने के संप्रग के निर्णय पर उमा ने कहा, ‘इस फैसले से भाजपा को प्रसन्नता के साथ शंका और चिंता भी है, क्योंकि एक तो कांग्रेस में ही इसे लेकर फूट है और दूसरे यह कि इस मुद्दे पर यह पार्टी बार-बार धोखाधड़ी करती आई है। (एजेंसी)

First Published: Wednesday, July 31, 2013, 18:32

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