Last Updated: Tuesday, January 10, 2012, 05:17
ज़ी न्यूज ब्यूरोनई दिल्ली : विवादास्पद लेखक सलमान रुश्दी की प्रस्तावित भारत यात्रा का मुस्लिम उलेमा समेत तमाम राजनीतिक दलों के नेताओं ने विरोध के स्वर तेज कर दिए हैं। इन नेताओं ने सरकार से रुश्दी का वीजा रद्द करने की मांग उठाई है। ‘द सेटेनिक वर्सेज’ उपन्यास को लेकर विवादों में घिरे सलमान रुश्दी जयपुर में 20 से 24 जनवरी तक होने वाले साहित्य सम्मेलन में शामिल होने के लिए भारत आने वाले हैं।
दरअसल सलमान रुश्दी के विचारों पर मुसलमानों के एक बड़े हिस्से को हमेशा से आपत्ति रही है। खास तौर पर रुश्दी के आलोचक सियासी दलों के नेताओं का कहना है कि यूपी चुनाव के पहले उनके भारत आने से माहौल खराब हो सकता है। एक अंग्रेजी अखबार के मुताबिक हाल ही में कांग्रेस वर्किंग कमेटी में शामिल मुस्लिम नेता राशिद मसूद ने ने कहा है कि यूपी चुनाव को देखते हुए सलमान रुश्दी के आने से भावनाएं भड़क सकती हैं इसलिए जयपुर के कार्यक्रम को रद्द कर देना चाहिए।
भाजपा उपाध्यक्ष मुख्तार अब्बास नकवी का कहना है कि चुनाव के दौरान सलमान रुश्दी का आना सही नहीं है और अगर सरकार उन्हें वीजा देने का फैसला लेती है तो यह समझदारी की बात नहीं होगी। वहीं, यूपी विधानसभा से पहले कांग्रेस के साथ दोस्ती का सफर शुरू करने वाली राष्ट्रीय लोक दल के कोकब हामिद ने कहा कि सलमान रुश्दी को रोकने के लिए तुरंत कदम उठाने चाहिए। देवबंद उलेमा सोमवार को ही रुश्दी की यात्रा का विरोध कर चुकी है।
राजनीतिक दलों की इस तरह की प्रतिक्रियाओं ने सलमान रुश्दी की भारत यात्रा को दिलचस्प बना दिया है। भारत जैसे लोकतांत्रिक देश में जहां संविधान ने विचारों की अभिव्यक्ति को खुली छूट दी है, वहां किसी को आने से क्या रोका जा सकता है? यह आने वाले समय में चर्चा का मुद्दा बनेगा।
First Published: Tuesday, January 10, 2012, 14:12