Last Updated: Tuesday, July 9, 2013, 13:28

चेन्नई : तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जे जयललिता ने श्रीलंकाई नौसेना द्वारा भारतीय मछुआरों पर हमले के मामले में केंद्र सरकार पर ‘उदासीन रवैया अपनाने और चुप्पी साधे रहने’ का आरोप लगाते हुए उससे अपील की है कि वह श्रीलंकाई राजदूत को बुलाकर कोलंबो को इस प्रकार के हमले रोकने की कड़े शब्दों में सलाह दे।
जयललिता ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को कल एक पत्र लिखकर छह जुलाई को श्रीलंकाई नौसेना द्वारा 21 भारतीय मछुआरों का ‘अवैध तरीके से अपहरण’ करने का जिक्र करते हुए बताया कि रामेश्वरम के मछुआरों को 17 जुलाई तक हिरासत में रखे जाने का पता लगा है। यह पत्र आज मीडिया के लिए जारी किया गया।
मुख्यमंत्री ने पत्र में पिछले एक महीने में मछुआरों को पकड़े जाने के कई मामलों और ‘अवैध हिरासत’ के बाद उन्हें छोड़े जाने का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि पांच मछुआरे नवंबर 2011 से श्रीलंका की जेल में हैं। उन्होंने कहा कि श्रीलंकाई नौसेना निर्दोष एवं निहत्थे भारतीय मछुआरों को इसलिए पकड़ रही है ताकि वह उन्हें डरा धमका कर कत्चातिवु के जल में मछली पकड़ने से रोक सके। मेरी सरकार ने हमेशा यह दावा किया है कि यह द्वीप भारतीय मछुआरों के लिए मछलियां पकड़ने का पारंपरिक इलाका है। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, July 9, 2013, 13:28