Last Updated: Sunday, December 11, 2011, 13:48
नई दिल्ली : दिल्ली के जतंर मंतर पर अन्ना हजारे के एक दिन के अनशन में पहुंचे भाकपा महासचिव ए बी बर्धन ने टीम अन्ना को लोकपाल के मुद्दे पर आड़े हाथों लिया और कहा कि उनके समूह के नौ दस लोगों को यह नहीं सोचना चाहिए कि उन्हीं के पास सारी बुद्धि है और वे ही पूरे देश का प्रतिनिधित्व करते हैं ।
टीम अन्ना द्वारा उठाए मूल मुद्दों को अपना समर्थन देते हुए बर्धन ने कहा कि टीम अन्ना द्वारा उनसे सहमति नहीं रखने वालों को भ्रष्ट लोगों का समर्थक करार देना उचित नहीं और उन्होंने टीम अन्ना से दूसरों के रूख का भी ख्याल करने की अपील की।
उन्होंने कहा, आपको यह नहीं सोचना चाहिए कि आपके 9 -10 लोगों के पास ही सारी बुद्धि है। 120 करोड़ के देश में विद्धानों की कमी नहीं है। टीम अन्ना को दूसरों की बात भी सुननी चाहिए और उनमें दूसरों की बातें सुनने का धैर्य होना चाहिए।’भाकपा महासचिव ने कहा, टीम अन्ना को यह उम्मीद नहीं करनी चाहिए कि जनलोकपाल विधेयक के एक एक शब्द को स्वीकार कर लिया जाएगा। उन्हें लचीलापन दिखाना चाहिए ।
भाकपा महासचिव ने कहा, मुझे खुशी है कि आपने राजनीतिक दलों के नेताओं को आमंत्रित किया। कभी नहीं से देर भली। राजनीतिक वर्ग की प्रासंगिकता को कम करके मत आंकिए। मजबूत और प्रभावी लोकपाल के लिए अपनी पार्टी का समर्थन देते हुए बर्धन ने कहा कि केवल विधेयक पारित हो जाने से देश में भ्रष्टाचार नहीं मिट जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को भी लोकपाल के दायरे में लाना चाहिए। बर्धन ने कहा कि अगर पीएमओ में भ्रष्टाचार हुआ तो उसकी जांच कौन करेगा।
भाकपा नेता ने लोकपाल के दायरे में तृतीय वर्ग के कर्मचारी को भी लाने की वकालत की। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार जांच करने वाली सीबीआई की जांच शाखा को भी लोकपाल के दायरे में लाया जाना चाहिए।
(एजेंसी)
First Published: Sunday, December 11, 2011, 23:48