Last Updated: Wednesday, November 21, 2012, 15:51

सम्भल (उत्तर प्रदेश): शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे की अन्त्येष्टि जुलूस के दौरान मुम्बई की रफ्तार थमने के खिलाफ फेसबुक पर टिप्पणी करने के मामले में दो लड़कियों की गिरफ्तारी को लेकर छिड़ी बहस के बीच केन्द्रीय संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री कपिल सिब्बल ने कहा कि ऐसे मामलों के संबंध में आगामी 29 नवम्बर को मंत्रालय की एक बैठक बुलायी गयी है।
कल्कि महोत्सव में शिरकत करने आये सिब्बल ने संवाददाताओं से कहालड़कियों की गिरफ्तारी के मामले में कानून का दुरुपयोग किया गया है।
उन्होंने कहा कि देश में हर व्यक्ति को अपनी बात कहने का हक है लेकिन मुम्बई पुलिस ने जिस तरह उन लड़कियों को गिरफ्तार किया वह किसी भी तरह ठीक नहीं था।
सिब्बल ने कहा कि पूर्व में भी इस तरह की घटनाएं हुई हैं। इस सम्बन्ध में आगामी 29 नवम्बर को मंत्रालय की एक बैठक बुलायी गयी है जिसमें जरूरत पड़ी तो इससे सम्बन्धित कानून पर भी चर्चा की जाएगी।
गौरतलब है कि शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे की शवयात्रा के दौरान शिवसेना कार्यकर्ताओं द्वारा मुम्बई ठप किये जाने के खिलाफ शाहीन नामक युवती तथा उसकी एक मित्र ने फेसबुक पर टिप्पणी की थी। इसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था और नाराज शिवसेना कार्यकर्ताओं ने उनमें से एक लड़की के रिश्तेदार के अस्पताल में तोड़फोड़ की थी। हालांकि बाद में लड़कियों को रिहा कर दिया गया था।
सिब्बल ने भारतीय जनता पार्टी पर आतंकवाद से समझौता करने का आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा की तत्कालीन सरकार ने संसद पर हमले के आरोपी अफजल गुरु को फांसी नहीं दी लेकिन कांग्रेस नीत मौजूदा केन्द्र सरकार ने मुम्बई हमले के दोषी अजमल कसाब को यह सजा दे दी। उन्होंने कहा कि भाजपा नीत तत्कालीन केन्द्र सरकार ने तो पाकिस्तान को उसके चहेते आतंकवादी सौंप दिये थे। बाकायदा एक केन्द्रीय मंत्री उन आतंकवादियों को सौंपने के लिये अफगानिस्तान में कंधार तक गये थे।
सिब्बल ने एक सवाल पर कहा कि वह संतों के आहवान पर अदालत में गंगा नदी के संरक्षण की लड़ाई लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि वह इस मुद्दे को प्रधानमंत्री के सामने भी रखेंगे। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, November 21, 2012, 15:51