Last Updated: Sunday, December 11, 2011, 11:36
ज़ी न्यूज ब्यूरोनई दिल्ली: अन्ना हजारे ने बुद्धवार को सांकेतिक अनशन के दौरान लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि जब तक जन लोकपाल नहीं आता तब तक लड़ाई जारी रहेगी। उन्होंने कहा, राजनीतिक पार्टियों के नेताओं के बहस में शामिल होने से हिम्मत बढ़ी है।
उन्होंने कहा, देश की जनता जग चुकी है, लोकपाल पर कानून बनना चाहिए। जमीन अधिग्रहण ग्राम सभा की इजाजत से होनी चाहिए। राइट टू रिजेक्ट कानून लाया जाय। अन्ना ने कहा, अगर सरकार जनलोकपाल नहीं लाई तो जेल भरो आंदोलन शुरू किया जाएगा।
राजनेता के समर्थन से हमारी ताकत बढ़ी : अन्ना सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने अपने एकदिवसीय सांकेतिक उपवास के दौरान लोकपाल पर आयोजित बहस में हिस्सा लेने आए राजनीतिक दलों को धन्यवाद देते हुए कहा कि इससे उनकी ताकत और बढ़ गई है। उन्होंने इन राजनीतिक दलों से आह्वान किया कि यदि सरकार मजबूत लोकपाल विधेयक लेकर नहीं आती तो वे भी उनके साथ सड़कों पर उतरने को तैयार रहें।
राजनीतिक दलों के नेताओं द्वारा अपना-अपना पक्ष रखने के बाद अन्ना हजारे ने वहां इकट्ठा लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा, आप सभी राजनीतिक दल के लोग यहां आएं और अपनी बात रखी इसके लिए आप सभी को बहुत-बहुत धन्यवाद। इससे हमारी ताकत और बढ़ गई है।
उन्होंने कहा, सरकार अगर मजबूत लोकपाल विधेयक लाने में हिचकिचाती है और आपका बहुमत नहीं होता है तो एक काम तो हम कर ही सकते हैं। देश खड़ा है। आप भी हमारे साथ शमिल हो जाओ और रास्ते में उतर जाओ। देश की कोई जेल खाली नहीं रहनी चाहिए। सरकार को मजबूत विधेयक लाना ही पड़ेगा।
अन्ना हजारे ने कहा, खजानों को चोरों से नहीं, पहरेदारों से धोखा है, देश को दुश्मनों से नहीं, गद्दारों से धोखा है।
First Published: Monday, December 12, 2011, 12:27