Last Updated: Friday, March 23, 2012, 11:18
नोएडा : राजनीतिक दलों के लोकपाल के मुद्दे पर आम सहमति बनाने में असफल रहने के बीच अन्ना हजारे ने सरकारी लोकपाल विधेयक 'बेकार वि धेयक' को वापस लेने की अपनी मांग शुक्रवार को दोहराई क्योंकि उनके अनुसार भ्रष्टाचार से निपटने के लिए कमजोर कानून का कोई मतलब नहीं है। उन्होंने कहा कि लोकपाल देश के लिए जरूरी है और हम सरकार के खिलाफ नहीं हैं।
अन्ना ने कहा कि आज सर्वदलीय बैठक थी, लेकिन पार्टियों के बीच आम सहमति बनाने में असफल रहने के चलते कोई निर्णय नहीं किया गया। अब हमारा मानना है कि सरकार लोकपाल लाए या नहीं हम जनता की संसद में जाएंगे। उन्होंने कहा कि वह इस मुद्दे पर लोगों को जागरुक करने के लिए देश का दौरा करेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार का लोकपाल विधेयक बेकार है। यह भ्रष्टाचार समाप्त नहीं करेगा। ऐसा कानून लाने का कोई मतलब नहीं है।
लोकपाल विधेयक पर शुक्रवार को सर्वदलीय बैठक में सहमति नहीं बन पाने के बाद समाजसेवी अन्ना हजारे ने सरकार को चेतावनी दी कि यदि सरकार वर्ष 2014 में होने वाले आम चुनाव से पहले जन लोकपाल विधेयक पारित नहीं करती तो बड़ा आंदोलन होगा।
(एजेंसी)
First Published: Friday, March 23, 2012, 18:51