Last Updated: Tuesday, January 3, 2012, 13:47
नई दिल्ली : विधि मंत्री सलमान खुर्शीद ने लोकपाल एवं अन्य मुद्दों पर सहयोगी दलों एवं विपक्ष से संवाद कायम करने का पक्ष लेते हुए उन विचारों को सिरे से खारिज कर दिया कि तृणमूल कांग्रेस नेता ममता बनर्जी के साथ तालमेल बिठाना काफी कठिन है। राज्यसभा में लोकपाल विधेयक पारित नहीं होने के मद्देनजर भाजपा और कांग्रेस में जारी आरोप प्रत्यारोपों के बीच खुर्शीद ने कहा कि सरकार को विपक्ष के साथ प्राथमिकता के आधार पर संवाद कायम करना चाहिए।
विधि मंत्री ने कहा कि मैं समझता हूं कि अब हमें विपक्ष के साथ प्राथमिकता के आधार पर संवाद कायम करना चाहिए क्योंकि कई ऐसे विषय हैं जिनपर वे हमारी चिंताओं को समझते हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें केवल इसलिए नहीं रोका नहीं जाना चाहिए क्योंकि वे समझते हैं कि इसे रोकने से उन्हें लाभ मिलेगा। हमें उन्हें इस बात के लिए राजी करना चाहिए। एक समाचार चैनल पर एक कार्यक्रम में खुर्शीद ने कहा कि संप्रग सहयोगियों की वाजिब चिंताओं पर ध्यान दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारे अपने सहयोगी हैं जिनकी वाजिब चिंताएं हैं और मैं समझता हूं कि हमें इन वाजिब चिंताओं पर ध्यान देना चाहिए।
यह पूछे जाने पर कि क्या सरकार के लिए भाजपा के साथ संवाद स्थापित करना कठिन होगा क्योंकि कांग्रेस में काफी लोग उस पार्टी को राजनीतिक रूप से अछूत मानते हैं, खुर्शीद ने कहा कि अगर आप एक ही घर में रहते हैं तब आपको अछूत के विषय पर सोचना बंद करना चाहिए। और हम ही घर में रहते हैं। उन्होंने कहा कि हमें एक दूसरे से हाथ मिलाना है, हमें आपस में नजरें मिलानी हैं। हमने उनकी मदद की है और उन्होंने कई मामलों में हमारी मदद की है जो देश के लिए महत्वपूर्ण थी।
विधि मंत्री ने कहा कि युद्ध के दौरान राजनीतिक दल एक दूसरे पछाड़ने की कोशिश नहीं करते। ममता बनर्जी के बारे में पूछे जाने पर खुर्शीद ने इन विचारों को खारिज कर दिया कि उनके साथ तालमेल कायम करना कठिन है।
उन्होंने कहा कि उनके साथ तालमेल करना कठिन नहीं है। उनकी राजनीति, राजनीति का जुनून है। वह अपने मत पर दृढ रहती है, वह दृढनिश्चयी हैं। विधि मंत्री ने कहा कि जब आपके साथ उनकी प्रकृति का कोई व्यक्ति हो तब बेहतर संवाद की जरूरत होती है। हम समझते हैं कि इस पर काम करेंगे।
खुर्शीद ने संप्रग सहयोगियों के बीच बेहतर संवाद के लिए वार्ताकारों को तैयार करने की जरूरत का पक्ष लिया। मल्टी ब्रांड खुदरा क्षेत्र में एफडीआई के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि इस विषय पर अधिक काम किए जाने की जरूरत है और सहयोगियों एवं विरोधियों के साथ और बातचीत करने की जरूरत है।
(एजेंसी)
First Published: Tuesday, January 3, 2012, 19:17