Last Updated: Monday, January 2, 2012, 12:50
नई दिल्ली : राज्यसभा में लोकपाल विधेयक पारित नहीं होने पर संप्रग सरकार पर धोखाधड़ी का आरोप लगाने वाली माकपा ने सोमवार को कहा कि इस घटनाक्रम में तृणमूल कांग्रेस शामिल थी जिससे सरकार को मदद मिली।
वरिष्ठ माकपा नेता सीताराम येचुरी ने कहा, उन्हें कैबिनेट में विरोध दर्ज कराना चाहिए था जिसमें वे शामिल हैं। उन्हें लोकसभा में विरोध दर्ज कराना चाहिए था। ऐसा न करके उन्होंने गुप्त तरीके से मदद की ताकि विधेयक लटक जाए। येचुरी ने कहा कि राज्यसभा में विधेयक पारित नहीं होने और 29-30 दिसंबर की आधी रात को सदन की कार्यवाही स्थगित होने से सरकार को विधेयक पारित नहीं करने में मदद मिली।
उन्होंने कहा, संप्रग सरकार इसके लिए दोहरी जिम्मेदार है और तृणमूल इसमें शामिल थी। यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि इस तरह की धोखाधड़ी उस वक्त की गयी जब लोग एक प्रभावी भ्रष्टाचार विरोधी विधेयक के लिए संसद की ओर देख रहे हैं। (एजेंसी)
First Published: Monday, January 2, 2012, 19:22