Last Updated: Tuesday, March 19, 2013, 00:16

चेन्नई/नई दिल्ली : केन्द्र सरकार से द्रमुक के मंत्रियों को हटाने और संप्रग सरकार से समर्थन वापस लेने की धमकी देने वाले एम. करूणानिधि को मनाने के लिए आज चेन्नई पहुंचे तीन केन्द्रीय मंत्रियों ए. के. एंटनी, पी. चिदंबरम और गुलाम नबी आजाद के लिए द्रमुक सुप्रीमो को मनाना और मुश्किल हो गया।
करूणानिधि ने उन्हें मनाने पहुंचे मंत्रियों के समक्ष नयी मांग रखते हुए जोर दिया है कि संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद् में रखे जाने वाले अमेरिका समर्थित प्रस्ताव पर उनके द्वारा सुझाए गए दो संशोधनों को मानते हुए संसद एक प्रस्ताव पारित करे।
जिनेवा में 21 मार्च को संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आयोग की बैठक में श्रीलंकाई तमिलों के मामले में अमेरिका समर्थित प्रस्ताव में संशोधन कराने में असफल रहने पर केन्द्रीय मंत्रिमंडल से अपने मंत्रियों को बाहर निकालने और संप्रग सरकार से अपना समर्थन वापस लेने की धमकी देने वाले करूणानिधि के साथ कांग्रेस के तीन केन्द्रीय मंत्रियों ए. के. एंटनी, पी. चिदंबरम और गुलाम नबी आजाद ने करीब ढाई घंटे की वार्ता की।
वार्ता के बाद करूणानिधि ने एक बयान में कहा कि केन्द्रीय मंत्रियों ने आश्वासन दिया है कि उनकी मांगें पूरी की जाएंगी। उन्होंने कहा, ‘‘मैं आपसे यह बात उनकी ओर से दिए गए आश्वासन के आधार पर कह रहा हूं।’’ करूणानिधि के सीआईटी कालोनी स्थित निवास पर हुई बैठक से निकलने के बाद आजाद ने कहा, ‘‘हमने करूणानिधि द्वारा प्रधानमंत्री और संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी को लिखे गए पत्र के सभी पहलुओं पर चर्चा की है। हम इन बातों से प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को अवगत कराएंगे।’’ (एजेंसी)
First Published: Monday, March 18, 2013, 21:10