संविधान के तहत बनता है कानून: सत्यव्रत

संविधान के तहत बनता है कानून: सत्यव्रत

नई दिल्ली : प्रस्तावित लोकपाल कानून को लेकर प्रख्यात गांधीवादी और समाजसेवी अन्ना हजारे द्वारा निराशा जताए जाने के बारे में इस मुद्दे पर गठित राज्यसभा की प्रवर समिति के अध्यक्ष सत्यव्रत चतुर्वेदी ने आज कहा कि लोकतंत्र में सभी को अपना मत रखने का अधिकार है लेकिन कानून संविधान की प्रक्रियाओं के तहत बनता है।

लोकपाल विधेयक पर अपनी रिपोर्ट राज्यसभा के पटल पर रखे जाने के बाद कांग्रेस नेता चतुर्वेदी ने संवाददाताओं से बातचीत में यह बात कही। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में सभी को अपनी बात कहने का अधिकार है लेकिन कानून संविधान की प्रक्रियाओं के तहत बनते हैं। किसी के कहने पर कानून नहीं बनाये जा सकते।

गौरतलब है कि राज्यसभा ने पिछले साल लोकपाल विधेयक पर उपयुक्त सिफारिशें देने के लिए प्रवर समिति का गठन किया था। लोकपाल विधेयक के बारे में हाल ही में अन्ना हजारे ने गहरी निराशा जताते हुए सरकार पर आरोप लगाया था कि पिछले साल उनका अनशन खत्म करवाने के लिए संसद में प्रस्ताव पारित कर उन्हें आश्वासन दिये गये थे लेकिन उन आश्वासनों को लोकपाल विधेयक में शामिल नहीं किया गया। उन्होंने गत दिनों सरकार को चेतावनी दी थी यदि उनकी मांगों को लोकपाल विधेयक में शामिल नहीं किया गया तो वह फिर से अनशन पर बैठ सकते हैं। (एजेंसी)

First Published: Friday, November 23, 2012, 20:43

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