`सशस्त्र बलों के कामकाज में पारदर्शिता जरूरी`

`सशस्त्र बलों के कामकाज में पारदर्शिता जरूरी`

`सशस्त्र बलों के कामकाज में पारदर्शिता जरूरी` नई दिल्ली : रक्षा सौदों में हालिया घोटालों की पृष्ठभूमि में रक्षा मंत्री एके एंटनी ने सोमवार को कहा कि सशस्त्र बलों के कामकाज में पारदर्शिता होनी चाहिए। एंटनी ने यहां द्विवार्षिक सेना कमांडरों के सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए पाकिस्तान एवं अफगानिस्तान में क्षेत्रीय सुरक्षा स्थिति को लेकर चिंता जताई। उन्होंने उम्मीद जताई कि सशस्त्र बल चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार रहेंगे।

उन्होंने कहा कि आपको अपने कामकाज में पारदर्शिता लाने की दिशा में प्रयास करना चाहिए। रक्षा मंत्री का यह बयान ऐसे समय में आया है जबकि सीबीआई 12 वीवीआईपी हेलीकाप्टरों की 3600 करोड़ रूपये के सौदे की जांच कर रही है तथा भारतीय वायुसेना के पूर्व प्रमुख एसपी त्यागी से इस सौदे को हासिल करने के लिए दी गई 362 करोड़ रुपये की रिश्वत का कथित लाभार्थी होने के आरोपों पर पूछताछ की जा रही है।

सेना की 197 हेलीकाप्टरों को खरीदने का सौदा भी लटक गया है। इसमें आरोप है कि अगस्तावेस्टलैंड ने अपने पक्ष में सौदा करवाने के लिए कथित रूप से रिश्वत दी। एंटनी ने कहा कि सरकार प्रतिबद्ध है और सेना की आधुनिकीकरण योजना को पूरा सहयोग देगी। सेना निकट भविष्य में चीन की सीमा के निकट नई माउंटेन स्ट्राइक कोर गठित करने की योजना बना रही है। रक्षा मंत्री ने भारत के दीर्घकालिक हितों के तहत रक्षा उपकरणों में आत्मनिर्भरता बढ़ाने की जरूरत पर बल दिया।

क्षेत्रीय एवं वैश्विक सुरक्षा स्थिति पर चर्चा करते हुए रक्षामंत्री ने सेना से कहा कि वे इन मुद्दों के प्रति सतर्क रहें। तीन दिन तक चलने वाले इस सम्मेलन में सशस्त्र बलों के कमांडर जम्मू कश्मीर और पूर्वोत्तर राज्यों में सुरक्षा स्थिति सहित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करेंगे। (एजेंसी)

First Published: Monday, April 8, 2013, 22:25

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