Last Updated: Saturday, September 14, 2013, 19:23
नई दिल्ली : राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने ऐसे प्रयास करने का आज आह्वान किया जिससे हिंदी को संयुक्त राष्ट्र की मान्य भाषा का दर्जा जल्द से जल्द मिल सके।
मुखर्जी ने हिंदी दिवस के अवसर पर यहां आयोजित समारोह में कहा कि आज के तकनीक के युग में इंटरनेट के माध्यम से हिंदी को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्थापित किए जाने के प्रयास किए जाने चाहिए और विज्ञान तथा इंजीनियरिंग के क्षेत्र में भी हिंदी में काम को बढ़ावा देना चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘हम सबका यह प्रयास होना चाहिए कि हिंदी को संयुक्त राष्ट्र की मान्य भाषा का दर्जा जल्द से जल्द प्राप्त हो।’’ राष्ट्रपति ने कहा कि हिंदी आम आदमी की भाषा के रूप में देश की एकता का सूत्र है और हिंदी तथा क्षेत्रीय भाषाओं को बढ़ावा देना चाहिए। इस अवसर पर उन्होंने हिंदी के प्रयोग में सर्वश्रेष्ठ प्रगति हासिल करने वाले मंत्रालयों, विभागों, सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों, बोडरे, स्वायत्त निकायों, नगर राजभाषा कार्यान्वयन समितियों को पुरस्कार दिए।
इंदिरा गांधी मौलिक पुस्तक लेखन श्रेणी में वीरेंन्द्र कुमार तिवारी की पुस्तक ‘प्राचीन भारतीय स्मारकों की संरक्षण तकनीक एवं प्रविधियां’ तथा राजीव गांधी राष्ट्रीय ज्ञान-विज्ञान मौलिक पुस्तक लेखन वर्ग में डॉ. निलय खरे एवं श्यामसुंदर शर्मा की पुस्तक ‘आर्कटिक मध्य रात्रि के सूर्य का क्षेत्र’ को प्रथम पुरस्कार प्रदान किया गया। (एजेंसी)
First Published: Saturday, September 14, 2013, 19:23