Last Updated: Sunday, August 25, 2013, 16:28

लखनऊ : लखनऊ के अमौसी हवाईअड्डे पर घंटों चले हाईवोल्टेज ड्रामे के बाद आखिरकार विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के अंतर्राष्ट्रीय संरक्षक अशोक सिंघल को हवाईअड्डे से निकालकर एक अतिथि गृह ले जाया गया। विहिप कार्यकर्ताओं ने हवाईअड्डे के बाहर जमकर हंगामा किया।
अयोध्या में रविवार को 84 कोसी परिक्रमा में शामिल होने के लिए दिल्ली से सुबह लखनऊ हवाईअड्डे पर उतरते ही पुलिस ने सिंघल को गिरफ्तार कर लिया।
इस दौरान वीआईपी लाउंज में पुलिस और प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उनसे वापस दिल्ली लौटने का अनुरोध करते रहे। लेकिन सिंघल अयोध्या जाने के लिए अड़े रहे।
कई घंटों तक मान मनौवल का सिलसिला चलता रहा, लेकिन सिंघल अपनी जिद पर अड़े रहे। इस बीच उनकी तबियत भी बिगड़ गई। हवाईअड्डे पर चिकित्सकों को बुलाया गया।
अंत में लखनऊ पुलिस, सिंघल को हवाईअड्डे से पुलिस लाइन ले जाने के बजाय पड़ोस के उन्नाव जिले में स्थित नवाबगंज पक्षी विहार के अतिथि गृह ले गई।
उधर सिंघल का स्वागत करने के लिए हवाईअड्डे पर जमा सैकड़ों विहिप कार्यकर्ता और समर्थक सिंघल की गिरफ्तारी के विरोध में धरने पर बैठ गए और राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे।
लखनऊ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ज़े रविद्र गौड़ ने कहा कि हंगामा कर रहे सौ से ज्यादा कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर पुलिस लाइन ले जाया गया। इस दौरान उग्र कार्यकर्ताओं ने पुलिस से धक्का-मुक्की की।
गौड़ ने कहा कि अयोध्या जाने की जिद के कारण सिंघल को गिरफ्तार किया गया। पुलिस किसी को भी अयेध्या जाकर प्रतिबंधित यात्रा नहीं करने देगी।
इससे पहले विहिप के कार्यकारी अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया, राम विलास वेदांती और राम जन्म भूमि न्यास के अध्यक्ष नृत्य गोपाल दास को अयोध्या में गिरफ्तार कर लिया गया। विहिप की तरफ से सुबह नौ बजे प्रस्तावित 84 कोसी परिक्रमा विहिप के इन शीर्ष नेताओं की गिरफ्तारी के कारण शुरू नहीं हो सकी।
परिक्रमा को विफल करने के लिए राज्य सरकार ने पूरी ताकत लगा दी। अयोध्या, फैजाबाद और आस-पास के जिलों में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। सभी प्रवेश मागोर्ं पर बैरीकेट लगाकर चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है। (एजेंसी)
First Published: Sunday, August 25, 2013, 08:40