Last Updated: Monday, November 26, 2012, 19:54

नई दिल्ली : भाजपा ने आज बहु ब्रांड खुदरा व्यापार के क्षेत्र में एफडीआई के मुद्दे पर मत विभाजन वाले प्रावधान के तहत चर्चा कराने पर राजी न न होने के लिए सरकार, सपा और बसपा पर निशाना साधा। मुख्य विपक्षी दल ने इस मुद्दे पर मतदान के लिए जोर नहीं देने के लिए बसपा और सपा को भी आड़े हाथों लिया और उन पर संसद के अंदर और बाहर अलग अलग बात करने का आरोप लगाया।
भाजपा ने कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों पर संसद में व्यवधान डालने का आरोप लगाया और कहा कि वह चाहती है कि संसद चले और यह भी साफ करने का प्रयास किया कि मौजूदा स्थिति के लिए वह जिम्मेदार नहीं है।
भाजपा के वरिष्ठ नेता एम वैंकैया नायडू ने यहां संवाददाताओं से कहा, भाजपा चाहती है कि इस गंभीर मुद्दे पर संसद में चर्चा और मतदान हो। कुछ राजनीतिक दल संसद के अंदर और संसद के बाहर अलग अलग तरह की बात कर रहे हैं। हमें राष्ट्रीय हित में सोचना चाहिए। यह एक नीतिगत मामला है जो कृषि और खुदरा व्यापार के क्षेत्र में लगे लाखों लोगों के जीवन से जुड़ा हुआ है।
नायडू ने कहा, जब आप अल्पमत में आ गये हैं, आपके सहयोगी नहीं मान रहे तब आप खुदरा व्यापार में एफडीआई कैसे लायेंगे। खुदरा व्यापार में एफडीआई देश के हित में नहीं है। यह देश हित के खिलाफ है। उन्होंने सरकार पर संसद में पिछले साल सात दिसम्बर को दिये गये आश्वासन से मुकरने का आरोप लगाया। उन्होंने इसे संसद की अवमानना भी बताया।
उन्होंने सत्तारूढ पार्टी पर संसद न चलने देने का आरोप लगाया और कहा कि मौजूदा स्थिति के लिए हम जिम्मेदार नहीं हैं। (एजेंसी)
First Published: Monday, November 26, 2012, 19:54