Last Updated: Sunday, September 30, 2012, 21:06

मुंबई : महाराष्ट्र में सहयोगी पार्टी कांग्रेस पर परोक्ष रूप से हमला करते हुए राकांपा नेता अजीत पवार ने आज कहा कि उनके खिलाफ उठाए गए अनियमितता के मामलों का मकसद कोल ब्लॉक घोटाले से लोगों का ध्यान भटकाना था। पवार ने कहा, ‘कोयला से हमारे चेहरे को काला करने का प्रयास किया जा रहा है।’ सिंचाई घोटाले में नाम आने के बाद पिछले हफ्ते उन्होंने महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।
अजीत पवार ने भले ही कांग्रेस का नाम नहीं लिया लेकिन तथ्यों से साफ था कि उनका गुस्सा अपने गठबंधन की सहयोगी पार्टी पर ही था। पवार अहमदनगर जिले के अकोला में एक सभा में बोल रहे थे। इस्तीफा के बाद यह उनकी पहली सार्वजनिक सभा थी। उन्होंने कहा कि राकांपा की छवि को धूमिल करने का षड्यंत्र चल रहा है। उन्होंने कहा, ‘जब तक लोग राकांपा के साथ हैं तब तक डरने की कोई बात नहीं है। किसी ने मुझसे इस्तीफा नहीं मांगा बल्कि मैंने खुद से इस्तीफा दे दिया। बाद में इसे वापस लेने के लिए मैंने इस्तीफा नहीं दिया था।’
‘बदनाम करने का अभियान’ चलाने वालों से अजीत पवार ने कहा, ‘भद्दे आरोप नहीं लगाएं और लोगों को भ्रमित नहीं करें।’ पवार ने कहा, ‘मैं भले ही सरकार से बाहर हूं लेकिन लोगों के लिए काम करता रहूंगा।’ राकांपा नेता ने कहा कि पार्टी कार्यालय में हर गुरुवार को वह पार्टी कार्यकर्ताओं से मुलाकात करेंगे। (एजेंसी)
First Published: Sunday, September 30, 2012, 18:04