Last Updated: Tuesday, November 8, 2011, 11:17
नई दिल्ली : राज्यसभा सदस्य अमर सिंह ने मंगलवार को कहा कि अपने गुर्दों के इलाज के लिए सिंगापुर जाने से पहले वह उत्तर प्रदेश के सारनाथ में अपने समर्थकों के लिए एक सभा करेंगे और मुख्यमंत्री मायावती से पूर्वांचल, पश्चिमांचल तथा बुंदेलखंड के गठन के लिए कदम उठाने की मांग करेंगे।
वर्ष 2008 में नोट के बदले वोट मामले में अदालत से जमानत मिलने के बाद पहली बार संवाददाताओं को संबोधित करते हुए सिंह ने यहां कहा, 14 नवंबर को मैंने सारनाथ जाने का फैसला इसलिए किया है क्योंकि हाल ही में उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री मायावती ने गौतम बुद्ध नगर में अपने माता-पिता की, स्वयं की, गौतम बुद्ध की और कई गजराजों की प्रतिमाओं का अनवरण करते हुए कहा था कि उत्तर प्रदेश के विकास के लिए राज्य का विभाजन अपरिहार्य है।
उन्होंने कहा, चूंकि मायावती ने गौतम बुद्ध की प्रतिमा के समक्ष यह बात कही थी, इसलिए मैं बुद्ध की एक और पवित्र नगरी वाराणसी के निकट स्थित सारनाथ जाकर पूर्वांचल, पश्चिमांचल और बुदेलखंड की मांग उठाना चाहता हूं।
सिंह ने कहा कि यह बात सभी जानते हैं कि उत्तर प्रदेश विधानसभा में बसपा बहुमत में है। मायावती ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को पत्र लिखकर महज औपचारिकता निभाई है। मौजूदा राजनीतिक हालात के मद्देनजर यह निश्चित नहीं है कि चुनाव के बाद क्या किसी दल को बहुमत मिलेगा।
लिहाजा, मायावती को उत्तर प्रदेश कैबिनेट में राज्य के विभाजन का प्रस्ताव पारित कराना चाहिए और विधानसभा के दो दिवसीय शीतकालीन सत्र में इस प्रस्ताव को दो-तिहाई बहुमत से मंजूर करना चाहिए।
राज्यसभा सदस्य ने कहा, मैं सारनाथ जाकर अपने समर्थकों के बीच यह मांग करूंगा कि हमें पत्र नहीं प्रस्ताव चाहिए, पूर्वोंचल का राज्य चाहिए।
(एजेंसी)
First Published: Tuesday, November 8, 2011, 16:51