Last Updated: Monday, July 9, 2012, 16:28
गुवाहाटी : असम के 27 जिलों में आई भयावह बाढ़ से मरने वालों की संख्या 124 तक पहुंच गई है और लगभग 24 लाख लोग प्रभावित हुए हैं । हालांकि, ब्रह्मपुत्र और इसकी सहायक नदियों में आज पानी का स्तर कम होने लगा, लेकिन अब भी यह खतरे के निशान से ऊपर है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि राज्य का बड़ा क्षेत्र अब भी जलमग्न है।
बाढ़ से जहां 124 लोगों की मौत हुई है, वहीं 16 की जान भूस्खलन की घटनाओं में चली गई और 17 अन्य लापता हैं।
विभिन्न क्षेत्रों से बड़े पैमाने पर आधारभूत ढांचे और फसल को नुकसान तथा वन्यजीवों के मरने की खबर है। हाल के वर्षों में अब तक की इस सबसे भयंकर बाढ़ से लगभग 24 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। 4540 गांवों में बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है और 9.35 लाख हेक्टेयर से अधिक जमीन जलमग्न है।
बाढ़ से 2.55 लाख हेक्टेयर कृषि भूमि जलमग्न होने के साथ ही विश्व प्रसिद्ध काजीरंगा नेशनल पार्क को बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचा है जहां 560 से अधिक जानवरों की जान चली गई है। मरने वाले वन्यजीवों में 14 गेंड़े भी शामिल हैं।
विश्व के सबसे बड़े नदी द्वीप माजुली में भी स्थिति गंभीर है और लगभग पूरा द्वीप जलमग्न है। 2847 स्थानों पर सड़क सेवा बाधित हुई है। लुमडिंग-बदरपुर रेल मंडल में भूस्खलन की वजह से क्षतिग्रस्त रेल पटरियां अभी ठीक की जानी हैं।
सूत्रों ने बताया कि करीब पांच लाख लोगों ने 630 राहत शिविरों में शरण ली है और चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराने के लिए 150 मेडिकल टीमें तैनात की गई हैं । मवेशियों के लिए 30 शिविर स्थापित किए गए हैं। (एजेंसी)
First Published: Monday, July 9, 2012, 16:28