Last Updated: Tuesday, March 12, 2013, 16:06

नई दिल्ली: केरल के मुख्यमंत्री ओमन चांडी ने मंगलवार को कहा कि राज्य के तट से लगे अरब सागर में दो भारतीय मछुआरों की हत्या के आरोपी दो सुरक्षा कर्मियों को वापस भारत भेजने से इंकार करने का इटली का निर्णय स्वीकार करने योग्य नहीं है। वह इस मुद्दे पर विदेश मंत्रालय से बातचीत करेंगे। चांडी ने कहा कि मैं मंगलवार रात दिल्ली पहुंच रहा हूं और विदेश मंत्रालय के साथ यह मुद्दा उठाऊंगा। हम इस मुद्दे को कानूनी रूप से उठाने पर भी विचार कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि केरल ने स्थानीय अदालत तथा सर्वोच्च न्यायालय में भी पुरजोर तरीके से यह मामला उठाया है और आज भी वह इस पर कायम है कि इतालवी जहाज के सुरक्षा कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई भारतीय कानून के अनुसार होनी चाहिए।
सर्वोच्च न्यायालय ने इटली के मालवाहक जहाज के आरोपी सुरक्षा कर्मियों- मेस्सिमिलानो लाटोरे तथा सेलवाटोरे जिरोने को देश में 24-25 फरवरी को होने वाले आम चुनाव में भाग लेने के लिए अपने देश जाने की अनुमति दी थी। न्यायालय ने इससे पहले क्रिसमस पर भी उन्हें स्वदेश जाने की अनुमति दी थी, जिसके बाद वे लौट आए थे। लेकिन इस बार इटली ने उन्हें भारत भेजने से मना कर दिया है।
इटली के उक्त दोनों सुरक्षाकर्मियों पर फरवरी 2012 में केरल तट से लगे अरब सागर में भारतीय मछुआरों की नौका को समुद्री लुटेरे समझकर उन पर गोली चलाने का आरोप है, जिसमें दो मछुआरों की मौत हो गई थी। इस मामले में उनके खिलाफ यहां मुकदमा चल रहा है। (एजेंसी)
इटली का कहना है कि यह घटना अंतर्राष्ट्रीय जल क्षेत्र में हुई थी, इसलिए मुकदमा उनके यहां चलेगा। लेकिन भारत का दावा है कि घटना उसके समुद्र क्षेत्र में हुई थी।
First Published: Tuesday, March 12, 2013, 15:49