उत्तराखंड में भारी बारिश के मद्देनजर हाई अलर्ट

उत्तराखंड में भारी बारिश के मद्देनजर हाई अलर्ट

देहरादून : उत्तराखंड में मौसम विभाग द्वारा अगले तीन दिनों में भारी और भयानक बारिश की संभावना के बीच हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। यहां भारी बारिश से देहरादून में जनजीवन प्रभावित हुआ है। अलकनंदा नदी का जलस्तर बढ़ने से आदि शंकराचार्य द्वारा स्थापित आठवीं सदी के `मठ` की मुख्य चारदिवारी का बड़ा हिस्सा सोमवार को बह गया।

अधिकारियों ने कहा कि शंकराचार्य द्वारा स्थापित 360 मठों में से एक इस मठ के नष्ट होने का बहुत खतरा है। उन्होंने बताया कि शिलाओं सहित कई कीमती पत्थर भी गए हैं। अधिकारियों ने बताया कि जिला प्रशासन ने कई नदियों के उफान पर आ जाने से कई स्थानों पर हाई अलर्ट जारी कर दिया है। रविवार रात से हो रही बारिश से स्थिति और खराब हो गई है। हरिद्वार, देहरादून, मंसूरी, उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग और अधिकांश पहाड़ी जिलों में भारी बारिश हुई है।

उन्होंने बताया कि इस बारिश की वजह से जून में आई बाढ़ से प्रभावित हुए इलाकों में चल रहा पुनर्वास कार्य रुक गया है। हरिद्वार सहित कई जिलों में नदी के किनारे रह रहे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने को कहा गया है। विकासनगर और चमोली में भी भारी बारिश हुई है। एक अधिकारी ने कहा कि अगले तीन दिनों में और अधिक बारिश होने की संभावना है। भागीरथी नदी खतरे के निशान के करीब बह रही है।

मौसम विभाग ने देहरादून में 100 मिलीमीटर बारिश होने का अनुमान जाहिर किया है। पिछले 24 घंटों में यहां 82 मिलीमीटर और उत्तरकाशी में 81.6 मिलीमीटर बारिश हुई है। मूसलाधार बारिश से ऋषिकेष, देवप्रयाग और हरिद्वार में गंगा का जलस्तर खतरनाक तरीके से बढ़ रहा है। हरिद्वार में गंगा 292.7 मीटर, ऋषिकेष में 338.96 मीटर और देवप्रयाग में 458.45 मिलीमीटर के स्तर पर बह रही है।

मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा ने दूरवर्ती इलाकों में रहने वालों तक पहुंचने और शीघ्र पुनर्वास की कोशिश के लिए योजना बनाए जाने के संबंध में मंत्रिमंडल की बैठक की। जून में हुए विनाश के बाद पुनर्वास और पुनर्निर्माण कार्य के लिए राज्य सरकार 8,000 करोड़ रुपये खर्च करेगी। इस दौरान आई `हिमालयी सुनामी` में 1,500 से अधिक लोगों की मौत हो गई है और 5,000 से अधिक अभी भी लापता हैं। (एजेंसी)

First Published: Monday, August 5, 2013, 21:31

comments powered by Disqus