Last Updated: Monday, September 24, 2012, 21:34

मुंबई : शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे ने खुदरा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) को मंजूरी के मुद्दे पर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर निशाना साधते हुए कहा कि एक प्रधानमंत्री जो इस मुद्दे पर ममता बनर्जी जैसे पूर्व सहयोगी को समझाने में ‘नाकाम’ रहा, वह देश की जनता को समझाने का प्रयास कैसे कर सकता है।
ठाकरे ने कहा कि 21 सितंबर को प्रधानमंत्री का राष्ट्र को संबोधन ‘बहुत हास्यास्पद’ था और इस दौरान प्रधानमंत्री ने ‘बेशर्मी से’ खुदरा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) को मंजूरी और डीजल दामों में वृद्धि का बचाव किया।
ठाकरे ने पार्टी के मुखपत्र ‘सामना’ के संपादकीय में लिखा, एक प्रधानमंत्री जो खुदरा क्षेत्र में एफडीआई के मुद्दे पर ममता बनर्जी जैसे पूर्व सहयोगी को समझाने में ‘नाकाम’ रहा, वह देश की जनता को समझाने का प्रयास कैसे कर सकता है।’’ उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का राष्ट्र को संबोधन ‘बहुत हास्यास्पद’ था और ऐसा पहले कभी नहीं हुआ। भारत में इतिहास में शायद इससे ज्यादा हास्यास्पद भाषण नहीं हुआ होगा।
ठाकरे ने कहा कि खुदरा क्षेत्र में विदेशी प्रत्यक्ष निवेश के कदम ने व्यापारी समुदाय को नाराज किया है। डीजल दामों में बढोत्तरी का आम जनता पर गलत प्रभाव पड़ा है। मनमोहन के इस बयान कि पैसे पेड़ पर नहीं उगते, पर ठाकरे ने कहा, क्या धन कोयला खदानों या चारा (घोटाले) या बोफोर्स (घोटाले) से पैदा होता है? (एजेंसी)
First Published: Monday, September 24, 2012, 21:34