Last Updated: Monday, April 30, 2012, 10:58
रायपुर: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह ने कहा है कि सुकमा जिले के कलेक्टर की रिहाई के लिए हो रही बातचीत में कुछ मुद्दों पर सहमति हो रही है और उम्मीद है कि जल्द ही इस मसले का समाधान हो सकेगा।
सिंह ने आज यहां संवाददाताओं से बातचीत के दौरान बताया कि कलेक्टर मेनन की रिहाई के लिए राज्य शासन और माओवादियों के मध्यस्थों की चौथे दौर की बातचीत हो रही है। माओवादियों के मध्यस्थों ने माओवादियों से मिलकर जो भी बातें राज्य सरकार के मध्यस्थों के सामने रखी थीं वह राज्य सरकार तक पहुंच गई हैं। राज्य सरकार ने भी अपने मध्यस्थों के सामने अपना रूख स्पष्ट कर दिया है। उम्मीद है कि जल्द ही इस मामले का हल निकल सकेगा।
उन्होंने बताया कि राज्य सरकार के मध्यस्थ निर्मला बुच और एस के मिश्रा के साथ मंत्रिमंडलीय उपसमिति की बैठक हुई थी जिसमें माओवादियों की मांगों और उनसे उनके मध्यस्थों की हुई बातचीत का ब्यौरा रखा गया था। इसके बाद उपसमिति ने इस पर विचार किया और अपने रूख से राज्य सरकार के मध्यस्थों को अवगत कराया है।
रमन सिंह ने कहा कि उम्मीद है कि जल्द ही इस मामले में हल निकल सकेगा और दोनों ओर के मध्यस्थों के बीच हुई बातचीत के आधार पर मंत्रिमंडलीय उपसमिति अंतिम निर्णय लेगी।
इधर इस मसले को लेकर आज फिर से दोनों ओर के मध्यस्थों की बातचीत शुरू हो गई। उम्मीद की जा रही है कि देर शाम तक इस समस्या का कोई हल निकल सकेगा। छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के कलेक्टर एलेक्स पाल मेनन का माओवादियों ने इस महीने की 21 तारीख को अपहरण कर लिया था तथा इस दौरान उनके दो सुरक्षा कर्मियों को गोली मार दी थी। इस घटना को अंजाम देने के लिए माओवादियों ने राज्य सरकार से अपने 17 साथियों को रिहा करने समेत पांच मांगें रख दी हैं।
इस समस्या के समाधान के लिए राज्य सरकार की ओर से मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्य सचिव निर्मला बुच और छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्य सचिव एसके मिश्रा तथा माओवादियों की ओर से पूर्व प्रशासनिक अधिकारी बीडी शर्मा और हैदराबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय के प्रोफेसर हरगोपाल मध्यस्थ के रूप में बातचीत कर रहे हैं। अभी तक इस समस्या का कोई हल नहीं निकल सका है।
(एजेंसी)
First Published: Monday, April 30, 2012, 16:28