Last Updated: Sunday, August 12, 2012, 20:48

नई दिल्ली : पूर्व विमान परिचारिका गीतिका शर्मा आत्महत्या मामले में आरोपी अरूणा चड्ढा की हिरासत की अवधि दिल्ली की एक अदालत ने और एक दिन के लिये बढा दी। पुलिस के यह बताने के बाद कि उसे एक ईमेल मिला है जिसमें गीतिका ने अपना करियर अपने दम पर बनाने की बात कही है, अदालत ने अरूणा की हिरासत की अवधि एक दिन के लिये बढा दी।
पुलिस ने अदालत से कहा कि उसने हाल ही में एक ईमेल बरामद किया है जिसमें गीतिका ने अरूणा से कहा है, मैं अपना करियर अपने दम पर बनाउंगी, चाहे कोई कितनी ही अडचनें क्यों न डाले। अतिरिक्त लोक अभियोजन राजीव मोहन ने दलील दी कि ईमेल बताता है कि गीतिका पर एमडीएलआर में वापस लौटने के लिये अरूणा द्वारा दबाव बनाया जा रहा है और शब्द ‘कोई’ का उपयोग हरियाणा के पूर्व मंत्री गोपाल कांडा के लिये किया गया था।
उन्होंने अदालत से कहा, मेल से पता चलता है कि कांडा उसे एमडीएलआर में बनाये रखने के लिये आग्रह, प्रलोभन और यहां तक कि धमकी देकर उसकी राह में अड़चन डाल रहा था जबकि वह इससे निकलना चाह रही थी। उन्होंने कहा कि पुलिस को अब तक एमडीएलआर के इलेक्ट्रानिक रिकॉर्ड नहीं मिले हैं जिन तक पासवर्ड के जरिये ही पहुंच बन सकेगी और ये पासवर्ड अरूणा को पता हैं। लोकअभियोजक ने कहा कि गीतिका के मेल से सरकारी अधिकारियों से जुड़े कुछ दस्तावेज भी मिले हैं जिनकी अभी पुष्टि होनी है।
दस्तावेज से पता चलता है कि गीतिका के खिलाफा दुबई में प्रत्यर्पण की कुछ कार्यवाही चल रही थी। पुलिस को अभी इन दस्तावेजों की प्रामाणिकता की जांच करनी है। मेट्रोपालिटन मजिस्ट्रेट सुमेध कुमार सेठी ने अरूणा की हिरासत की अवधि 13 अगस्त तक बढा दी हालांकि पुलिस ने पांच दिन की हिरासत मांगी थी।
अरूणा के वकील बी एस राणा ने पुलिस के हिरासत की अवधि बढाने के आग्रह का विरोध करते हुए कहा कि कोई दस्तावेज बरामद करने के लिये आरोपी की उपस्थिति जरूरी नहीं है। उन्होंने कहा कि पुलिस अरूणा के खिलाफ सबूत गढने के लिये उसके हिरासत की मांग कर रही है।
अरूणा को गत आठ अगस्त को पुलिस द्वारा पूछताछ के लिये बुलाये जाने के बाद गिरफ्तार कर लिया गया था जबकि कांडा ने पुलिस के उसके समक्ष पेश होने के सम्मन की अनदेखी की। कांडा ने इससे पूर्व पेश होने के लिये कुछ और समय मांगा था जिसे अस्वीकार कर दिया गया था।
इस बीच कांडा आज पांचवे दिन भी पुलिस की गिरफ्त से दूर रहा। उसके दिल्ली और हरियाणा के आवासों पर छापा मारने वाली पुलिस को खाली हाथ ही लौटना पड़ा। पूर्व परिचारिका गीतिका शर्मा ने आत्महत्या से पूर्व लिखे अपने नोट में कहा था कि वह कांडा और एमडीएलआर की अधिकारी अरूणा चड्ढा से तंग आकर आत्महत्या कर रही है। कांडा और चड्ढा दोनों ने इस आरोप को गलत बताया था। (एजेंसी)
First Published: Sunday, August 12, 2012, 20:48