Last Updated: Saturday, January 26, 2013, 18:23

पलक्कड़ (केरल) : दक्षिण भारत की प्रसिद्ध पार्श्वगायिका एस जानकी ने पद्म भूषण पुरस्कार स्वीकार करने से इंकार कर दिया है क्योंकि उनका मानना है कि उनके साढ़े पांच दशक लंबे करियर में उनके लिए सम्मान बहुत देर से आया है।
उन्होंने यहां पास में स्थित ओत्तापल्लम में संवाददाताओं से कहा,‘मैं पदम पुरस्कार लेने से इंकार करती हूं। मैं पिछले 55 वर्षों से गा रही हूं। मैं विभिन्न भाषाओं में मेरे प्रशंसकों की तारीफों को सबसे बड़ा पुरस्कार मानती हूं।’
हालांकि 75 वर्षीय जानकी ने कहा कि उनका सरकार के खिलाफ कोई असंतोष नहीं है।
जानकी ने तमिल, तेलुगू, कन्नड़, मलयालम और हिन्दी भाषाओं में 20 हजार से अधिक गीत गाए हैं।
उन्होंने कहा, ‘मैंने पिछले 55 वर्षों में गीत गाए हैं। मैंने कई भाषाओं में कई प्रकार के गीत गाए हैं। सभी ने मेरे गीतों को सराहा। जहां तक कि आप मलयाली अक्सर कहते हैं कि मेरा उच्चारण सही है। इसलिए मुझे लोगों की सराहना के अलावा किसकी जरूरत है।’
जानकी ने कहा, ‘मुझे सरकार से कोई शिकायत नहीं है। मुझे नहीं लगता कि सरकार ने कुछ गलत किया है। लेकिन मैंने पदम पुरस्कार लेने से इंकार करने का फैसला किया है।’ जानकी के बेटे मुरली कृष्ण ने फोन पर कहा कि उनकी मां को यह सम्मान देने में काफी देर हुई। (एजेंसी)
First Published: Saturday, January 26, 2013, 18:23