Last Updated: Saturday, July 6, 2013, 19:51
कोलकाता : पश्चिम बंगाल में आगामी पंचायत चुनावों को लेकर राज्य निर्वाचन आयोग (एसईसी) की तरफ से आज यहां आयोजित सर्वदलीय बैठक में तृणमूल कांग्रेस ने शिरकत नहीं की जिसके बाद विपक्षी दल कांग्रेस और माकपा ने सत्तारूढ़ दल पर संवैधानिक संस्था के अपमान का आरोप लगाया। बहरहाल तृणमूल कांग्रेस ने कहा कि उसने एसईसी को फैक्स कर अपने निर्णय से अवगत करा दिया था।
राज्य के उद्योग मंत्री पार्थ चटर्जी ने कहा, ‘एसईसी को हमने फैक्स से सूचित कर दिया था कि हम उपस्थित नहीं होंगे। इससे पहले केवल एक सर्वदलीय बैठक आयोजित की गई। एसईसी बिना चर्चा किए सारे निर्णय एकतरफा करती है। इसने मतगणना की तारीख एकतरफा घोषित कर दी। बैठक में उपस्थित होकर हम केवल उसके एकतरफा निर्णयों पर मुहर लगाते। इसलिए हमने इसके खिलाफ निर्णय किया।’
बैठक में शामिल होने वाले विपक्षी दल कांग्रेस और माकपा ने तृणमूल कांग्रेस की अनुपस्थिति पर आश्चर्य जताया और इसे अभूतपूर्व बताया। बैठक के बाद कांग्रेस नेता मानस भूइयां ने कहा, ‘यह अभूतपूर्व है। मेरे राजनीतिक जीवन के 40 साल में हमने सर्वदलीय बैठक में सत्तारूढ़ दल को अनुपस्थित नहीं देखा है। यह एसईसी जैसे संवैधानिक संस्था का अपमान है।’
माकपा के राज्य सचिवालय के सदस्य राबिन देब ने कहा, ‘वास्तव में यह चिंता की बात है कि सत्तारूढ़ दल अनुपस्थित रहा। यह केवल संवैधानिक एवं लोकतांत्रिक नियमों का अपमान दर्शाता है। हम चाहते थे कि इसके समक्ष मतदाता सूची में संशोधन के मुद्दे को लाया जाए।’ विपक्षी दल ने आरोप लगाया कि टीएमसी ने ग्रामीण बंगाल में आतंक कायम कर रखा है ताकि आगामी पंचायत चुनाव से पहले लोगों को आतंकित किया जा सके। (एजेंसी)
First Published: Saturday, July 6, 2013, 19:51