Last Updated: Saturday, September 21, 2013, 20:23

लखनऊ : खनन माफिया के खिलाफ अभियान के लिए चर्चा में रही निलंबित युवा आईएएस अधिकारी दुर्गा शक्ति नागपाल ने शनिवार को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मुलाकात की और उनके निलंबन के मुद्दे पर अपनी सफाई पेश की।
सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया है कि नागपाल अपने पति और आईएएस अधिकारी अभिषेक सिंह के साथ आज मुख्यमंत्री के आवास पर जाकर उनसे मुलाकात की और उनके निलंबन के कारणों के बारे में अपनी सफाई दी तथा अपनी चूक के लिए खेद जताया।
उन्होंने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री से मिलकर दुर्गा शक्ति द्वारा अपना पक्ष रख दिये जाने और अपनी चूक के लिए खेद प्रकाश के बाद बहुत संभव है कि अब उनका निलंबन दो चार दिनों में समाप्त हो जाए। उल्लेखनीय है कि गौतमबुद्ध नगर (सदर) तहसील की उपजिलाधिकारी के रूप में खनन माफियाओं के विरुद्ध अभियान चलाने के लिए चर्चा में रही दुर्गा शक्ति नागपाल को जुलाई महीने में कादलापुर गांव में निर्माणाधीन मस्जिद की दीवार को नियम कानून की अनदेखी करते हुए गिरवा देने के कारण निलंबित कर दिया गया था।
इस मामले में मेरठ मंडल के आयुक्त से करायी गयी जांच के आधार पर दुर्गाशक्ति को सौंपे गये दस पृष्ठों के आरोप पत्र में कहा गया था कि युवा आईएएस अधिकारी ने कादलपुर गांव में निर्माणाधीन मस्जिद की दीवार गिरवा देने में नियम और प्रक्रिया का पालन नहीं किया, जिससे साम्प्रदायिक सौहार्द बिगडने का खतरा पैदा हो गया था।
दुर्गा के निलंबन के बाद सार्वजनिक जीवन में खासी हलचल पैदा हो गयी थी। आईएएस संघ ने निलंबन का विरोध किया था और विपक्षी दलों ने सरकार पर हमला बोलते हुए उसके इस कदम को खनन माफिया के दबाव मे की गयी कार्रवाई करार दिया था। (एजेंसी)
First Published: Saturday, September 21, 2013, 20:23