Last Updated: Wednesday, November 28, 2012, 16:14

ठाणे : महाराष्ट्र के पालघर और उसके आसपास के इलाके में दो पुलिस अधिकारियों के निलम्बन के विरोध में बुधवार को शिव सेना की ओर से किए गए बंद का व्यापक असर देखा गया। इन दो अधिकारियों ने बाल ठाकरे के निधन पर फेसबुक पर प्रतिक्रिया देने वाली दो लड़कियों को गिरफ्तार किया था।
पालघर की दो लड़कियों शाहीन डाढा और उसकी मित्र रेणु श्रीनिवासन ने ठाकरे के निधन पर 17 नवम्बर और उसके अगले दिन मुम्बई के बंद होने पर सवाल उठाया था। सवाल उठाए जाने पर इन्हें दो पुलिसकर्मियों ने गिरफ्तार कर लिया था और फिर इन अधिकारियों को निलम्बन का सामना करना पड़ा। स्थानीय निवासी जी.आर. पाटिल के मुताबिक इस बंद की वजह से दो लाख जनसंख्या वाले इस शहर के सार्वजनिक वाहन, व्यापार और व्यवसाय पर खासा असर पड़ा है।
इन दोनों लड़कियों के फेसबुक पर प्रतिक्रिया जाहिर करने के बाद शिवसेना कार्यकर्ताओं ने उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था साथ ही शाहीन के चाचा के अस्पताल में तोड़-फोड़ की थी। इस घटना पर देश भर में फैले आक्रोश के बाद महाराष्ट्र के गृहमंत्री आर.आर पाटिल ने मामले की जांच के आदेश दे दिए थे जिसके परिणामस्वरुप इन दो पुलिसकर्मियों को निलम्बित किया गया था।
पाटिल ने पत्रकारों से कहा कि कोंकण इलाके के पुलिस महानिरीक्षक सुखविंदर सिंह द्वारा रपट प्रस्तुत करने के बाद ठाणे के पुलिस अधिक्षक रविंद्र सेंगाओंकार को निलम्बित कर दिया गया और विभागीय जांच शुरू कर दी गई। उन्होंने कहा कि इसी तरह, पालघर के पुलिस प्रमुख वरिष्ठ निरीक्षक श्रीकांत पिंगले को भी निलम्बित कर विभागीय जांच के आदेश दे दिए गए। जांच-पड़ताल में किसी भी तरह के पक्षपात से बचने के लिए इस मामले को पालघर से 15 किलोमीटर दूर ठाणे जिले में स्थित बाइसार पुलिस थाने में स्थानांतरित कर दिया गया है। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, November 28, 2012, 16:14