Last Updated: Monday, September 24, 2012, 13:25

मुम्बई: शिव सेना प्रमुख बाल ठाकरे ने सोमवार को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का मजाक उड़ाते हुए कहा कि यदि मनमोहन सिंह ममता बनर्जी जैसे अपने सहयोगी को खुदरा में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश पर नहीं समझा पाए तो इस बात की बिल्कुल सम्भावना नहीं बनती कि वह जनता को समझा लेंगे।
पार्टी मुखपत्र `सामना` के सम्पादकीय में ठाकरे ने कहा है कि 21 सितम्बर को प्रसारित प्रधानमंत्री का राष्ट्र के नाम सम्बोधन सबसे हास्यास्पद था और बिल्कुल अभूतपूर्व था। उन्होंने कहा कि बहुब्रांड खुदरा में एफडीआई के कदम ने देश के व्यापारिक समुदाय को नाराज कर दिया है।
ठाकरे ने कहा है कि इसके अलावा डीजल कीमतों में वृद्धि ने भी आम आदमी को ज्यादा पीड़ित किया है। इससे गरीबों के घर का चूल्हा बंद हो जाएगा। इसके बावजूद प्रधानमंत्री लोगों से आह्वान करते हैं कि वे उनका हाथ मजबूत करें।
ठाकरे ने जनता को यह बताने के लिए मनमोहन सिंह की खिल्ली उड़ाई है कि `रुपये पेड़ों पर नहीं लगते`। शिव सेना प्रमुख ने कहा है कि जहां प्रधानमंत्री अत्यधिक वित्तीय संकट में होने की बात करते हैं, वहीं वह दरियादिली भी दिखाते हैं। ठाकरे ने मुस्लिम अल्पसंख्यकों को दी गई रियायतों पर, खाद्य सुरक्षा पर सरकारी खर्च पर और महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम पर सवाल खड़े किए।
ठाकरे ने अनुमान जाहिर किया, हम नहीं कह सकते कि प्रधानमंत्री का हाथ कितना मजबूत हुआ है। लेकिन देश की जनता मजबूत है, और निश्चितरूप से कांग्रेस को सत्ता से बाहर फेंक देगी। (एजेंसी)
First Published: Monday, September 24, 2012, 12:41