Last Updated: Monday, September 2, 2013, 15:07
पटना : बिहार में गंगा का जलस्तर घटने का नाम ही नहीं ले रहा है। गंगा के लगातार बढ़ रहे जलस्तर को लेकर सेना को अलर्ट कर दिया गया है। पटना, सारण, बक्सर, बेगूसराय, समस्तीपुर सहित कई जिलों में बाढ़ का कहर जारी है। कई नए क्षेत्रों में बाढ़ का पानी घुस गया है।
आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार अब तक बाढ़ से एक अरब रुपये का नुकसान हो चुका है। पटना जिले में गंगा के तटीय क्षेत्रों में बाढ़ कहर बरपा रही है। मनेर, फतुहा और दानापुर में गंगा के लगातार बढ़ते जलस्तर को देखते हुए लोग सुरक्षित स्थानों को जाने लगे हैं। तटवर्ती क्षेत्रों में बने सैकड़ों घर बाढ़ की चपेट में हैं।
पटना बाढ़ नियंत्रण कक्ष में नियुक्त सहायक अभियंता दीपक कुमार ने सोमवार को बताया कि गंगा का जलस्तर बढ़ना जारी है। बिहार में गंगा सात स्थानों पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। बक्सर में गंगा खतरे के निशान से 88 सेंटीमीटर, दीघा में 49 सेंटीमीटर, गांधीघाट में 1.31 मीटर, मुंगेर में 58 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। हाथीदह, भागलपुर और कहलगांव में भी यह खतरे के निशान को पार कर गई है। इधर, बूढ़ी गंडक भी खगड़िया में खतरे के निशान से दो मीटर ऊपर बह रही है। इसके अलावा बिहार की सभी प्रमुख नदियां खतरे के निशान के नीचे बह रही हैं।
पटना के जिलाधिकारी एन सरवन कुमार ने सोमवार को बताया कि जिला प्रशासन की ओर से सात स्थानों पर राहत शिविर चलाए जा रहे हैं। इनमें बाढ़ पीड़ितों को खाना दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि गंगा का जलस्तर स्थिर है, जिससे राजधानी को बाढ़ का खतरा नहीं है। कुमार के मुताबिक, जिले के आठ प्रखंड बाढ़ की चपेट में हैं। यहां राहत कार्य चलाए जा रहे हैं। इधर, सूत्रों का कहना है कि राज्य में भीषण बाढ़ को देखते हुए सेना की मध्य कमान दानापुर बिहार रेजिमेंट सेंटर को सतर्क रहने को कहा गया है।
वहीं, बेगूसराय में सात प्रखंडों की 34 पंचायतों की करीब ढाई लाख की आबादी बाढ़ से प्रभावित है। इस बीच छपरा-पटना से होकर गड़खा-मानपुर मार्ग पर जिला प्रशासन ने बड़े वाहनों के परिचालन पर रोक लगा दी है। वैशाली जिले के महनार और सोनपुर प्रखंड में बाढ़ का कहर जारी है। मुंगेर के बरियारपुर प्रखंड की सभी पंचायतों में बाढ़ ने तबाही मचाई हुई है। राष्ट्रीय राजमार्ग-80 पर कल्याणपुर और उदयपुर के समीप बाढ़ का पानी ऊपर से बह रहा है। मुंगेर के बाढ़ पीड़ितों का आरोप है कि कहीं भी राहत कार्य नहीं चलाए जा रहे हैं। इधर, आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार राज्य में 344 बाढ़ राहत शिविर चलाए जा रहे हैं जबकि पशुओं के लिए 128 चिकित्सा शिविर चालू हैं। विभाग के मुताबिक, बिहार में बाढ़ से अब तक एक अरब रुपये से ज्यादा का नुकसान हो चुका है। आकलन के अनुसार बाढ़ से करीब 74 करोड़ रुपये की फसल बर्बाद हो गई है। (एजेंसी)
First Published: Monday, September 2, 2013, 15:07