Last Updated: Monday, August 20, 2012, 20:46

मुंबई : आजाद मैदान हिंसा से निबटने को लेकर महाराष्ट्र सरकार की आलोचना करते हुए शिव सेना प्रमुख बाल ठाकरे ने आज आरोप लगाया कि पुलिस आयुक्त अरूप पटनायक बल का मनोबल गिरा रहे हैं।
ठाकरे ने पार्टी के मुखपत्र सामना में एक संपादकीय में आरोप लगाया, जब पुलिस पर हमला किया जा रहा था, महिला पुलिसकर्मियों के साथ बदसलूकी की जा रही थी, मुंबई के पुलिस आयुक्त अरूप पटनायक उन लोगों को फटकार लगा रहे थे जो हिंसा में शामिल चरमपंथी लोगों पर नियंत्रण का प्रयास कर रहे थे। ऐसे पुलिस आयुक्त से मुंबई पुलिस का मनोबल प्रभावित हुआ है। ठाकरे ने मुंबई के तत्कालीन पुलिस आयुक्त श्रीकांत बापट के कार्यों की सराहना की जिन्होंने 1992 के दंगों के दौरान दंगाइयों के खिलाफ सख्त कदम उठाए थे।
उन्होंने आरोप लगाया, बापट और पटनायक के बीच तुलना किस प्रकार की जा सकती है, जिन्होंने चूडियां पहन रखी हैं। ठाकरे ने कहा कि ऐसे पुलिस आयुक्त का पक्ष लेने वाली सरकार, मुख्यमंत्री और गृह मंत्री समाज और देश के दुश्मन हैं। प्रतिक्रिया के लिए पटनायक से संपर्क नहीं हो सका।
शिवसेना प्रमुख ने कहा, हमने कभी नहीं कहा कि सभी मुस्लिम कट्टरपंथी और पाकिस्तान प्रेमी हैं न ही हम ऐसी बातें कहेंगे। हालांकि कुछ चरमपंथी और राष्ट्रविरोधी मुस्लिमों ने पूरे समुदाय पर सवालिया निशान लगा दिया है। ठाकरे ने कहा कि सरकार और पुलिस ने अमर जवान स्मारक का अपमान करने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की क्योंकि उन्हें लग रहा था कि ईद के दौरान धार्मिक भावना आहत हो सकती है। ठाकरे ने सवाल किया, जब कांची शंकराचार्य जयेंद्र सरस्वती और साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर को गिरफ्तार किया गया, उस समय किसी ने हिंदुओं की भावना के बारे में सोचा। (एजेंसी)
First Published: Monday, August 20, 2012, 20:46