Last Updated: Monday, September 16, 2013, 21:21

मुजफ्फरनगर : दंगा प्रभावित मुजफ्फरनगर के सभी क्षेत्रों से सोमवार को कर्फ्यू हटा लिया गया क्योंकि प्रशासन ने हाई अलर्ट हटाने के लिए माहौल को ‘अनुकूल’ पाया।
जिला मजिस्ट्रेट कौशल राज शर्मा ने यहां संवाददाताओं से कहा कि जिले में अब सभी इलाकों से कर्फ्यू हटा लिया गया है। स्थिति अब अनुकूल और शांतिपूर्ण है। वीआईपी लोगों (उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह) के दौरे हुए थे और इसलिए इस संबंध में हमने यह फैसला किया है। आज शाम सात बजे से कहीं भी कर्फ्यू नहीं होगा।
उन्होंने कहा कि रात में गश्त और निगरानी जारी रहेगी। जिले के सभी स्कूल खुल गये हैं और जल्द ही सेना को भी हटाने के बारे में फैसला किया जाएगा।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रवीण कुमार ने कहा कि निगरानी कम नहीं होगी और किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए पुलिसकर्मियों की संख्या उतनी ही बनाए रखी जाएगी। क्षेत्र की शराब की दुकानें अनिवार्य रूप से शाम सात बजे तक बंद होंगी।
इससे पहले प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी के साथ हिंसा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और अपराधियों को ‘कड़ी सजा’ का वादा किया।
सिंह ने समाज के सभी वर्गों से शांति और सौहार्द बनाए रखने की अपील की और हालात सामान्य करने में राज्य सरकार को केन्द्र की हरसंभव मदद का आश्वासन दिया।
सिंह, सोनिया और राहुल ने बस्सीकलां गांव के एक शिविर का दौरा किया जहां हिंसा प्रभावित मुस्लिमों ने आश्रय लिया हुआ है। उन्होंने जाट बहुल बवाली और खंजपुरा गांवों का भी दौरा किया।
शर्मा ने कहा कि दोनों गांवों के कुछ लोग शिविरों से वापस लौट गये हैं। जिले के तीन पुलिस थाना क्षेत्रों में सात सितंबर को पहली बार कर्फ्यू लगाया गया था।
कुमार ने कहा कि दंगा मामलों की जांच के लिए करीब 20 विशेष जांच दल का गठन किया गया है और अगले दो दिन में कुछ बड़ी गिरफ्तारियां की जाएंगी।
उन्होंने कहा कि हम दंगा मामलों में अपनी जांच कर रहे हैं। हमने लगभग सभी सबूत जुटाए हैं और हम अब कानूनी सलाह-मशविरा कर रहे हैं और यह काम पूरा करने में दो दिन से ज्यादा समय नहीं लगेगा।
सूत्रों ने कहा कि जिला पुलिस जल्द ही राज्य सरकार को पत्र लिखकर भीड़ को भड़काने में कथित रूप से शामिल कुछ प्रमुख लोगों के खिलाफ अभियोजन के लिए मंजूरी लेगी।
शर्मा ने कहा कि प्रशासन ने ग्रामीण इलाकों में और बल तैनात करने और वीआईपी के दौरों की अनुमति देने का फैसला किया है ताकि शांति और सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखा जा सके।
उन्होंने कहा कि दंगों में अब तक 39 लोगों की मौत हुई है और 68 घायल हुए हैं। उन्होंने कहा कि दंगे भड़कना शुरू होने से अब तक क्षेत्र में करीब 1700 हथियारों के लाइसेंस रदद हुए हैं और अगले कुछ दिन में कुछ अन्य लाइसेंस रदद होंगे। (एजेंसी)
First Published: Monday, September 16, 2013, 20:50