Last Updated: Sunday, September 8, 2013, 23:16
फुगेला (मुजफ्फरनगर) : उत्तर प्रदेश के संवेदनशील मुजफ्फरनगर जिले के ग्रामीण इलाकों में हिंसा फैलने पर सैकड़ों लोग घर बार छोड़ पुलिस थानों में शरण लेने को मजबूर हो गए हैं।
हालांकि, शहर में पसरे सन्नाटे के बीच शांति छाई हुई है जहां कर्फ्यू लागू है और सुरक्षा बलों तथा सेना की भारी संख्या में मौजूदगी है।
जिले के सिविल लाइंस, कोतवाली और नयी मंडी कस्बा इलाके में कर्फ्यू लागू किए जाने के बाद वहां हिंसा थम गई है लेकिन यह ग्रामीण इलाकों में तेजी से फैल रही है जहां पुलिस की मौजूदगी कम है।
कई गांवों में दिन भर गोली चलने की आवाजें सुनी गई और सुरक्षा टीमों को छिट पुट घटनाओं पर प्रतिक्रिया करने में मशक्कत करनी पड़ रही है।
एक वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारी ने बताया, ‘ऐसी कई बस्तियां हैं जहां ये घटनाएं हो रही है। दंगाई गन्ने के खेत में छिप जा रहे हैं। वे लोग हमले कर रहे हैं और फिर छिप जा रहे हैं। इसलिए उन्हें पकड़ पाना काफी मुश्किल है।’ दोनों समुदायों के सैकड़ों लोगों ने दंगाइयों से बचने के लिए फुगेला और बासी कला के पुलिस थानों में शरण ली है।
एक ग्रामीण ने बताया, ‘इस हिंसा के शिकार दोनों समुदाय के लोग हैं। लोग नेताओं पर आक्रोशित हैं।’
छेड़छाड़ की एक कथित घटना को लेकर 27 अगस्त को कवल गांव में तीन लोगों के मारे जाने के बाद तनाव छाया हुआ है। एक टीवी पत्रकार और एक फोटोग्राफर सहित कम से कम 11 लोग कल मारे गए थे। वहीं, आज 10 लोग और मारे गए जिससे मरने वालों की संख्या बढ़कर 21 हो गई।
मृतकों में आज मानसुरपुर में एक महिला भी शामिल है। उसे गोली लगी थी। उसने अस्पताल में दम तोड़ दिया। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि पड़ोस के गांवों में गोलीबारी और पथराव हो रहा है। उन्होंने बताया कि शाहपुर, बसी कलां, कुतबा, भुवाना जैसे गांव अधिक प्रभावित हैं। सेना के साथ सुरक्षा बल इलाके में तलाशी ले रही है ताकि हालात को काबू किया जा सके। (एजेंसी)
First Published: Sunday, September 8, 2013, 23:16