Last Updated: Wednesday, September 11, 2013, 13:27

मुजफ्फरनगर/लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में स्थिति में सुधार को देखते हुए वहां तीन थाना क्षेत्रों में बुधवार को कर्फ्यू में चार घंटे की ढील दी गई है।
जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने आज यहां बताया कि मुजफ्फरनगर जिले के कफ्र्यूग्रस्त तीन थाना क्षेत्रों में हालात में सुधार के मद्देनजर आज दोपहर 12 बजे से चार बजे तक ढील दी गई है। मंगलवार को कर्फ्यूं में दो घंटे की ढील दी गई थी।
मुजफ्फरनगर में सात सितम्बर को एक महापंचायत के बाद भड़के दंगों के बाद जिले के तीन थाना क्षेत्रों नई मंडी, कोतवाली और सिविल लाइनस में कर्फ्यू लगा दिया गया था। मुजफ्फरनगर में भड़का साम्प्रदायिक दंगा आसपास के जिलों में भी फैल गया, जिसमें अब तक मुजफ्फरनगर में 34 तथा बागपत, सहारनपुर, शामली, हापुड़ में एक-एक तथा मेरठ में दो लोगों को मिलाकर 40 लोगों की मौत हो चुकी है।
दंगों के बाद मुजफ्फरनगर सहित पड़ोसी जिलों के बहुत से इलाकों में बड़ी संख्या में अर्धसैनिक बलों की तैनाती की गई है। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी अब भी वहां जमे हुए हैं और स्थिति पर नजदीक से नजर रखी जा रही है। गृह विभाग के सूत्रों के अनुसार, दंगों के बाद से अब तक एक हजार से ज्यादा लोगों की गिरफ्तारी की जा चुकी है और पांच लोगों के विरुद्ध रासुका लगा दिया गया है, जबकि कई अन्य के विरुद्ध रासुका की प्रक्रिया चल रही है।
प्रदेश सरकार ने दंगे की गंभीरता को देखते हुए इसके कारणों की जांच के लिए पूर्व न्यायाधीश न्यायमूर्ति विष्णु सहाय की अध्यक्षता में एक सदस्यीय न्यायिक आयोग का गठन कर दिया है। आयोग से अपेक्षा की गई है कि वह 27 अगस्त को जिले के कवाल कस्बे में दोनों समुदायों के तीन युवकों के मारे जाने की घटना के बाद से नौ सितम्बर तक के घटनाक्रम की जांच तथा प्रशासनिक लापरवाही अथवा चूकों के बारे में दो महीने के भीतर रिपोर्ट दे देगा। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, September 11, 2013, 12:47