मुशायरा जश्न-ए-बहार में डूबेगी दिल्ली

मुशायरा जश्न-ए-बहार में डूबेगी दिल्ली

नई दिल्ली : दिल्ली में उर्दू के आशिकों के लिए शुक्रवार का दिन बेहद ही बेहतरीन गुजरने वाला है। इस दिन यहां सालाना मुशायरे ‘जश्न-ए-बहार’ का आयोजन होने जा रहा है, जिसमें लोगों को भारत के साथ-साथ अमेरिका और जापान जैसे देशों के भी जाने माने शायरों की शायरी सुनने का मौका मिलेगा।

इस समारोह के 15वें संस्करण में वसीम बरेलवी और जावेद अख्तर जैसे भारतीय शायरों के साथ पाकिस्तान की फहमीदा रियाज, जापान के हिरोजी कटाओका और अमेरिका के मैक्स ब्रूस भी शामिल हो रहे हैं। दिवंगत चित्रकार एम एफ हुसैन की चित्रकारी इस दौरान मुशायरे के मंच की शोभा बढ़ाएगी।

इस मुशायरे के आयजकों के मुताबिक ‘जश्न-ए-बहारा’ देश का सबसे बड़ा अनाधिकारिक और गैर राजनीतिक मुशायरा है, जिसका लक्ष्य उर्दू शायरी और इससे जुड़ी समधर्मी परंपराओं को बढ़ावा देना है। ‘जश्न-ए-बहारा’ ट्रस्ट के संस्थापक और इस मुशायरे की आयोजक कामना प्रसाद का कहना है कि शायरी संस्कृतियों को जोड़ने का सबसे बेहतर रास्ता है और मुशायरे की यह परंपरा शायरी जितनी ही पुरानी है।

उन्होंने कहा, ‘उर्दू ने भारत की बहु सांस्कृतिक परिदृश्यों को बखूबी पेश किया है। हम उर्दू शायरी के व्यवहार की इसी विवधता और वैश्विक समृद्धि को श्रोताओं के सामने पेश करना चाहते हैं।’ जापान इस मुशायरे में पहली बार शमिल हो रहा है। प्रसाद ने कहा, ‘हमने इस बार ऐसे तीन विदेशी शायरों, जिनकी मातृ भाषा उर्दू नहीं है, को आमंत्रित किया था।’

इस समारोह के दौरान नज्म (उर्दू कविता की एक शैली) के जनक और आम लोगों के शायर के नाम से मशहूर शायर नजीर अकबरबादी की कविता संग्रह ‘नजीर-ए-बेनजीर’ का भी विमोचन किया जाएगा, जो आयोजकों के मुताबिक उर्दू की काव्यात्मक अभिव्यक्ति के समकालीन और उभरते हुए पहलुओं पर प्रकाश डालेगी। (एजेंसी)

First Published: Sunday, April 7, 2013, 12:56

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