Last Updated: Monday, May 7, 2012, 16:01

लखनऊ : उत्तर प्रदेश के हजारों करोड़ रुपये के बहुचर्चित खाद्यान्न घोटाला के सिलसिले में केंद्रीय जांच ब्यूरो(सीबीआई) ने सोमवार को अपर जिलाधिकारी (एडीएम) को लखनऊ से गिरफ्तार किया। सीबीआई टीम ने लखनऊ से एडीएम प्रमोद शुक्ला को सोमवार दोपहर बाद गिरफ्तार किया। उन पर उप-जिलाधिकारी गोला (लखीमपुर खीरी) रहते हुए जिले में हुए खाद्यान्न घोटाले में संलिप्त होने का आरोप है। वर्तमान में वह जौनपुर में एडीएम भूमि सुधार के पद पर तैनात हैं। गिरफ्तारी के बाद शुक्ला को सीबीआई की विशेष अदालत में पेश किया गया जहां से उन्हें आगामी 21 मई तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
माना जा रहा है कि शुक्ला की गिरफ्तारी बीते सप्ताह लखीमपुर खीरी से पकड़े गए नौ गोदाम प्रभारी, ठेकेदार, ट्रांसपोर्टर और फाइनेसरों से पूछताछ में नाम सामने आने के बाद की गई है। सीबीआई सूत्रों के मुताबिक आगले एक-दो दिनों में कुछ और प्रशासनिक अधिकारियों की गिरफ्तारियां हो सकती हैं। लखीमपुर खीरी में नौ लोगों की गिरफ्तारी से पहले सीबीआई इसी पखवाड़े लखनऊ क्षेत्र में घोटाले के आरोप में कांग्रेस नेता एंव ट्रांसपोर्टर दलजीत सिंह और मोहनलाल गंज के गोदाम प्रभारी सुरेशधर दुबे को गिरफ्तार कर चुकी है।
खाद्यान्न घोटाले में आरोप है कि सूबे के आधे जिलो में बीपीएल और अंत्योदय योजना के तहत गरीबों को मिलने वाले अनाज को व्यापारियों को सस्ते दामों पर बेच दिया गया। उत्तर प्रदेश में वर्ष 2004 में मुलायम सिंह यादव के कार्यकाल के दौरान हुए करोड़ों रुपये के खाद्यान्न घोटाला मामले की जांच के लिए वर्ष 2005 में एक जनहित याचिका दायर की गई थी, जिसके आधार पर वर्ष 2007 में सीबीआई जांच का आदेश दिया गया था।
(एजेंसी)
First Published: Monday, May 7, 2012, 21:31