Last Updated: Friday, June 21, 2013, 22:14
लखनऊ : उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में बाढ़ तथा वष्राजनित हादसों में अब तक कम से कम 28 लोगों की मौत हो चुकी है। सैलाब से करीब 600 गांवों की लगभग पांच लाख की आबादी प्रभावित हुई है और हजारों हेक्टेयर कृषि भूमि पानी में डूब गई है।
राहत आयुक्त कार्यालय की तरफ से जारी बयान के मुताबिक प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में अप्रत्याशित वर्षा तथा बांधों से पानी छोड़े जाने की वजह से लखीमपुर खीरी, बहराइच, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, अमरोहा, पीलीभीत, सीतापुर, मेरठ, बलरामपुर, शामली, सहारनपुर, अलीगढ़, शाहजहांपुर तथा रामपुर जिलों के अनेक इलाके बाढ़ से प्रभावित हुए हैं।
बाढ़ तथा वष्राजनित हादसों में सहारनपुर में सबसे ज्यादा 15 लोगों की मौत हुई है। इसके अलावा सीतापुर में पांच, लखीमपुर खीरी तथा मुजफ्फरनगर में तीन-तीन और बलरामपुर एवं बहराइच में एक-एक व्यक्ति की ऐसे हादसों में मृत्यु हो चुकी है। बाढ़ का सबसे ज्यादा असर लखीमपुर खीरी पर पड़ा है। यहां 127 गांवों के एक लाख एक हजार 487 लोग प्रभावित हुए हैं। इसके अलावा मुजफ्फरनगर में 95 गांव, बिजनौर में 52, अमरोहा में 63, मेरठ में 71, पीलीभीत में 37, सीतापुर में 17, बहराइच में 66, शामली में 12, अलीगढ़ में पांच तथा सहारनपुर में करीब 50 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं।
बयान के मुताबिक, सीतापुर में एक लाख 19 हजार 364 लोग, बहराइच में 96 हजार 843 लोग, मुजफ्फरनगर में करीब 50 हजार, बिजनौर में आठ हजार, अमरोहा में लगभग 26 हजार, मेरठ में 14 हजार 60, पीलीभीत में 5796, शामली में लगभग 1500, अलीगढ़ में 1548 तथा सहारनपुर में करीब 40 हजार लोग बाढ़ से प्रभावित हैं। (एजेंसी)
First Published: Friday, June 21, 2013, 22:14