Last Updated: Tuesday, July 9, 2013, 14:50
लखनऊ : उत्तर प्रदेश में कई नदियों के जलस्तर में लगातार वृद्धि होने और पिछले दो दिनों से रुक-रुक कर हो रही बारिश ने लोगों की मुसीबतें बढ़ा दी है। जलस्तर में वृद्धि से कटान का सिलसिला जारी है।
प्रशासन के मुताबिक हालात नियंत्रण में हैं और राहत एवं बचाव कार्य जारी है। उप्र के बाढ़ग्रस्त जिलों में बारिश मुसीबत बनती जा रही है। सीतापुर में शारदा और घाघरा नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। इस जिले में लगभग एक दर्जन गांव कटान से प्रभावित हैं। स्थानीय लोगों के मुताबिक सैकड़ों एकड़ भूमि बाढ़ की भेंट चढ़ गई है।
बाराबंकी में घाघरा नदी खतरे के निशान से 29 सेन्टीमीटर ऊपर बह रही है। कटान की वजह से तटवर्ती इलाकों को खाली कराने का काम तेजी से चल रहा है। उप्र बाढ़ नियंत्रण विभाग के अधिकारी ने बताया कि जिन जिलों में लोग कटान से प्रभावित हैं, उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। बाढ़ग्रस्त इलाकों में राहत एवं बचाव कार्य तेजी से चलाया जा रहा है। पुलिस और पीएसी की कई टीमें राहत कार्य में जुटी हुई हैं। बाढ़ चौकियों के माध्यम से स्थिति पर लगातार निगरानी रखी जा रही है।
इस बीच, आकाशीय बिजली और दीवार गिरने से पिछले 24 घंटों के दौरान दो लोगों की मौत हो गई है। बाराबंकी में आकाशीय बिजली गिरने से एक वृद्ध व्यक्ति की मौत हो गई, वहीं सीतापुर में बाढ़ग्रस्त इलाके में दीवार गिरने से एक महिला की मौत हो गई। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, July 9, 2013, 14:50