Last Updated: Thursday, July 25, 2013, 20:57
लखनऊ : उत्तर प्रदेश के 1000 से अधिक गांव बाढ़ से प्रभावित हैं और सरकार की ओर से राहत की कोई व्यवस्था नहीं की गई है। बाढ़ प्रभावित जिलों का दौरा करके लौटे भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष विजयपाल सिंह तोमर ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि बाढ़ के कारण आम किसान के जनजीवन प्रभावित होने के लिए प्रदेश सरकार पूर्ण रूप से जिम्मेदार है।
उन्होंने कहा कि भाजपा किसान मोर्चा बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के किसानों की लड़ाई लड़ने के लिए 31 जुलाई को जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन करके ज्ञापन देंगे। प्रदेश अध्यक्ष तोमर ने यहां कहा कि प्रदेश के 1000 से अधिक गांव बाढ़ से प्रभावित हैं और पशुओं के आवास, टीके, चारे आदि किसी प्रकार की कोई व्यवस्था सरकार ने नहीं की है।
उन्होंने कहा कि किसान अपने आप को बाढ़ से बचाने के लिए अपने परिवार एवं पशुओं के साथ जब सड़क पर आ रहे हैं, तो सरकार उन विस्थापितों के साथ अपराधियों जैसा सलूक कर रही है। तोमर ने आरोप लगाया कि सरकार ने बाढ़ आपदा के लिए पूर्व में कोई ठोस जमीनी काम नहीं किया और पहली बैठक भी विलंब से 13 जून को हुई। इसके साथ ही सरकार ने बाढ़ के लिए 3280 लाख रुपये का प्रावधान किया जिसमें से अभी तक केवल 20 प्रतिशत राशि ही जारी किया। इसका भी लाभ नीचे तक नहीं पहुचा। उन्होंने सरकार से मांग की कि बाढ़ प्रभावित किसानों को 20 हजार रुपये प्रति एकड़ के हिसाब से मुआवजा दे तथा सभी प्रकार की वसूली तत्काल रोके और शिक्षा, स्वास्थ्य एवं पशुओं की देखभाल की समुचित व्यवस्था करे।
तोमर ने कहा कि बाढ़ प्रभावित गन्ना किसानों का करीब 3600 करोड़ रुपये बकाया का भुगतान अविलंब ब्याज सहित किया जाए क्योंकि बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में गन्ने की अगली फसल भी चैपट हो गई है। (एजेंसी)
First Published: Thursday, July 25, 2013, 20:57