Last Updated: Thursday, December 15, 2011, 11:38
मुंबई : गांधीवादी कार्यकर्ता अन्ना हजारे को निशाने पर लेने के बाद शिव सेना अध्यक्ष बाल ठाकरे ने गुरुवार को प्रस्तावित लोकपाल विधेयक के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। ठाकरे ने कहा कि इस विधेयक के आ जाने से देश में एक गद्दाफी के पैदा होने का डर बना रहेगा।
उन्होंने कहा कि लोगों के बीच यह माहौल बनाने की आवश्यकता नहीं है कि जन लोकपाल विधेयक आने से देश में राम राज्य आ जाएगा। जरूरत है देश में मौजूद भ्रष्टाचार निरोधी कानूनों को मजबूत बनाने की ताकि देश से भ्रष्टाचार खत्म हो सके। शिव सेना के कार्यकारी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने पार्टी के मुखपत्र सामना के गुरुवार के अंक में लिखा कि उनकी पार्टी ने अन्ना हजारे के आंदोलन का समर्थन किया लेकिन साथ ही वह जन लोकपाल का विरोध करती है।
उद्धव ने कहा कि बड़ी गहराई से चर्चा चल रही है कि कौन लोकपाल के दायरे में आना चाहिए और कौन नहीं लेकिन कोई यह नहीं कह रहा कि लोकपाल किसके दायरे में होगा। लोकपाल से लोकतंत्र को गम्भीर खतरा पैदा हो सकता है। उन्होंने कहा कि हमें देखना होगा कि कहीं ऐसी स्थिति न बन जाए कि हम घाटी से कुएं में कूद पड़े। जब तक इस सम्बंध में हमारी शंकाए दूर नहीं होती तब तक हमें इसका विरोध करना चाहिए। उद्धव ने कहा कि संसद सर्वोच्च है और उसके इस दर्जे से कोई समझौता नहीं होना चाहिए। कोई भी संस्था संविधान से ऊपर नहीं हो सकती।
First Published: Thursday, December 15, 2011, 18:08