Last Updated: Thursday, August 1, 2013, 22:28
ज़ी मीडिया ब्यूरोमेरठ : भारतीय जनता पार्टी की उत्तर प्रदेश इकाई ने लोकसभा चुनाव इसी साल नवंबर में होने की संभावना जताई है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने गुरुवार को कहा कि जिस तरह से केंद्र सरकार हड़बड़ी में निर्णय ले रही है, उससे ऐसा लगता है कि नवंबर में लोकसभा चुनाव होने की पूरी उम्मीद है।
वाजपेयी ने यह भी कहा कि तेलंगाना राज्य के गठन का फैसला और खाद्य सुरक्षा बिल लाने से इस बात को बल मिलता है कि कांग्रेस जल्द से जल्द चुनाव कराना चाहती है। मेरठ में मोहनपुरी स्थित अपने आवास पर प्रेस वार्ता में उन्होंने कहा कि सार्वजनिक सरकारी भूमि पर बन रही मस्जिद को गिराने के नाम पर निलंबित हुई उप जिलाधिकारी दुर्गा शक्ति नागपाल का निलंबन तत्काल वापस लिया जाए।
उच्चतम न्यायालय के सरकारी जमीन पर बने धार्मिक स्थलों को तोड़ने के आदेश के बाद सरकार ने भी ऐसा ही आदेश जारी किया था। नागपाल ने तो सरकारी आदेश का ही पालन किया। प्रदेश अध्यक्ष ने सवाल उठाया कि क्या इस्लाम में सार्वजनिक स्थल पर कब्जा करके मस्जिद बनाने की अनुमति है। रमजान महीने में क्या यह उचित था। भाजपा नेता ने आरोप लगाया कि मुलायम सिंह आपात काल के खिलाफ संघर्ष का दंभ भरते हैं। ऐसे में उनके बेटे मुख्यमंत्री अखिलेश भी खनन माफियाओं का साथ देकर आपातकाल का ही पूर्वाभ्यास कर रहे हैं।
छोटे राज्यों के गठन के सवाल पर उन्होंने कहा कि भाजपा छोटे राज्यों की पक्षधर है। लेकिन उनका गठन सुविचारित हो। इसमें वोट बैंक का ध्यान न रखकर सुनियोजित ढंग से निर्माण हो। दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा देकर पश्चिमी उप्र को उसमें मिलाकर इंद्रप्रस्थ प्रदेश का निर्माण किया जाना चाहिए। वह पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व के सामने भी इस मामले को उठाएंगे।
वाजपेयी ने कहा कि प्रदेश सरकार केवल मुस्लिम-तुष्टीकरण की राजनीति कर रही है। बाढ़ में किसानों के खेत खलिहान, मकान आदि पानी में डूब गए हैं। किसानों को गन्ना मूल्य का भुगतान भी नहीं प्राप्त हुआ है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार को न किसानों, न व्यापारियों और न ही जनता से कोई लेना-देना है। उनका केवल एक लक्ष्य है मुस्लिम वोटों को कैसे पक्का किया जाए।
First Published: Thursday, August 1, 2013, 22:28