विकास के पैसे की राज्य में लूटखसोट: राहुल - Zee News हिंदी

विकास के पैसे की राज्य में लूटखसोट: राहुल

फरुखाबाद: अपने मिशन-2012 को कामयाब बनाने में जुटे कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी ने शुक्रवार को खुदरा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) का खुला समर्थन करते हुए इसकी सख्त मुखालिफत करने वाले विपक्ष को ‘किसान विरोधी’ करार दिया।

 

उत्तर प्रदेश के अपने पांच दिवसीय दौरे के चौथे दिन फरुखाबाद में आयोजित जनसभा में राहुल के तेवर सत्तारूढ़ बहुजन समाज पार्टी और मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी के प्रति काफी तल्ख रहे और उन्होंने इन दोनों ही दलों को जनविरोधी बताया।

 

आलू उत्पादक पट्टी क्षेत्र में आयोजित जनसभा में किसानों के प्रति हमदर्दी जताते हुए उन्होंने कहा ‘हिन्दुस्तान में 60 प्रतिशत सब्जी खराब हो जाती है। हमने रिटेल में एफडीआई लाने की बात कही ताकि आलू की बर्बादी नहीं हो और किसान अपनी फसल को सही दामों पर बेच सके लेकिन विपक्षी दलों ने उसे रोक दिया। संसद की कार्यवाही नहीं चलने दी। उन्होंने ऐसा इसलिये किया क्योंकि वे किसान विरोधी हैं।’

 

राहुल ने कहा कि उत्तर प्रदेश के हालात बहुत खराब हैं और इस हालत की जिम्मेदार सपा और बसपा समेत पिछले 20 साल के दौरान आई गैर कांग्रेसी सरकारें हैं। उन्होंने अपना एक अनुभव बताते हुए कहा कि छह साल का बच्चा तक यह जानता है कि उत्तर प्रदेश में उसका भविष्य अंधकारमय है।

 

कांग्रेस महासचिव ने उत्तर प्रदेश की मायावती सरकार पर केन्द्रीय योजनाओं का धन हड़पने का आरोप लगाते हुए कहा कि विभिन्न विकास योजनाओं के लिये केन्द्र से जो भी धन भेजा जाता है, उसे लखनऊ में बैठा जादू का हाथी खा जाता है। राहुल ने सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव पर शुक्रवार को भी हमले जारी रखे और कहा कि कम्प्यूटर और अंग्रेजी का विरोध करने वाले यादव ने दोहरी नीति अपनाते हुए अपने बेटे अखिलेश यादव को इन दोनों ही चीजों की शिक्षा दी है।
उन्होंने कहा, ‘मुलायम सिंह यादव कहते हैं कि कम्प्यूटर और अंग्रेजी की कोई जरूरत नहीं हैं। मैं अखिलेश को जानता हूं। वह बहुत अच्छी अंग्रेजी बोलते हैं और कम्प्यूटर भी चला लेते हैं। मगर यादव के मुताबिक अगर गरीब व्यक्ति अंग्रेजी और कम्प्यूटर सीखे तो यह गलत बात है। अमीर लोगों के लिये यह ठीक है लेकिन अगर गरीब कम्प्यूटर शिक्षा की मांग करे, तो यह गलत है।’

 

कांग्रेस महासचिव ने भारतीय जनता पार्टी  का नाम लिये बगैर कहा, ‘इंडिया शाइनिंग की सरकार किसानों को भूल गयी थी। हमने किसानों की कर्जमाफी के तौर पर 60 हजार करोड़ रुपए दिये। किसान के लिये बैंक के दरवाजे खोले। आपके खाते में सीधे पैसा भेजा।’

 

अपनी पार्टी को किसानों का सच्चा हितैषी करार देते हुए उन्होंने कहा, ‘किसान अपना खून-पसीना देता है लेकिन उसे टप्पल और भटटा पारसौल में जमीन का सही मुआवजा मांगने पर गोली मिली। भट्टा पारसौल में किसानों के लिये हम खड़े हुए। मुख्यमंत्री मायावती वहां नहीं पहुंचीं। जब हम पहुंचे तो सरकार ने कहा कि वे किसान नहीं बल्कि नक्सलवादी हैं।’

 

राहुल ने कहा कि मुलायम सिंह यादव पहले जनता के बीच जाते थे, लेकिन अब नहीं जाते । मायावती हेलीकाप्टर से उड़ती हैं। वह गरीब के घर का खाना नहीं खाती, उनके कुओं का गंदा पानी नहीं पीतीं तो वह कैसे जानेंगी कि गरीबी क्या होती है। उन्होंने कहा कि आज सबके हाथ में मोबाइल फोन है। यह क्रांति कुछ ही दिनों में नहीं आई बल्कि इसमें 20 साल लगे। उसे पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने पहुंचाया। जब उन्होंने 21वीं सदी की बात की तो जनता के हाथ में मोबाइल आया।

 

राहुल ने कहा, ‘हम सबकी बात करते हैं। किसी जाति या धर्म की बात नहीं करते। जो हम कहते हैं, वह करके दिखाते हैं।’ कांग्रेस महासचिव ने कहा, ‘दिल्ली में हमारी सरकार है। उत्तर प्रदेश में भी हमारी सरकार बनाइये और पांच साल दीजिये। हम इसकी तस्वीर बदल देंगे।’ (एजेंसी)

First Published: Friday, December 16, 2011, 14:07

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