Last Updated: Tuesday, November 20, 2012, 21:09

मुंबई: शिवसेना सुप्रीमो बाल ठाकरे की अंत्येष्ठि को लेकर मुंबई बंद पर फेसबुक पर कमेंट का मामला अब तूल पकड़ने लगा है। ठाणे स्थित लड़की शाहिन डाढा और उनकी दोस्त रेणु इस घटना के बाद सहमी हुई है। पत्रकारों के साथ बातचीत में शाहिन ने बताया कि मैं सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक पर कमेंट के लिए माफी मांगती हूं। हम इस घटना के बाद काफी डर गए हैं। उन्होंने कहा कि हम दोबारा अब फेसबुक पर कोई भी कमेंट नहीं करेंगे।
शाहिन ने इस बात से इंकार किया कि उसे इस सिलसिले में कोई धमकी मिली है या फिर कमेंट हटाने या माफी मांगने को लेकर कोई राजनीतिक दबाव है।
पुलिस ने बताया कि मुंबई बंद के विरोध में फेसबुक पर प्रतिक्रिया लिखने पर शाहीन डाढा और रेणु नामक दो युवतियों को गिरफ्तार किया गया था, लेकिन बाद में उन्हें निजी मुचलके पर जमानत पर रिहा कर दिया गया। ठाणे ग्रामीण के पुलिस अधीक्षक रवीन्द्र सेनगावकर ने कहा कि अभी तक हमने अब्दुल डाढा की क्लिनिक में अस्पताल में तोड़-फोड करने के संबंध में नौ व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है और हमें कुछ और लोगों की तलाश है ।
लड़कियों ने बताया कि फेसबुक पर अपनी प्रतिक्रिया पर उन्होंने माफी मांग ली है । शाहीन ने बताया कि ठाकरे एक महान व्यक्ति थे और वह वास्तव में उनका सम्मान करती हैं।
शाहीन ने कहा कि मैंने अपने पोस्ट के लिये माफी मांग ली है । उसने कहा कि मुझे इस बारे में कुछ नहीं कहना कि मैंने कुछ गलत किया था । फेसबुक पर अपनी टिप्पणी में शाहीन ने कथित तौर पर कहा था कि ठाकरे के दाह संस्कार पर बंद नहीं किया जाना चाहिए था। हमें भगत सिंह और सुखदेश को याद करना चाहिये। शाहीन की टिप्पणी को पंसद करने वाली रेणु ने कहा कि उसे गलत तरीके से गिरफ्तार किया गया था।
फेसबुक पर टिप्पणी के बाद करीब 40 शिवसैनिक कथित रूप से पालघर स्थित अब्दुल डाढा की क्लिनिक पहुंचे और तोड़फोड की। पुलिस सूत्रों ने बताया कि करीब 50 व्यक्तियों से अधिक के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी है जिनमें कुछ शिवसैनिक भी शामिल । महाराष्ट्र पुलिस ने पूरे मामले की जांच के आदेश भी दिये गये हैं।
लड़कियों की गिरफ्तारी के बाद इसकी व्यापक निंदा की गयी। प्रेस कौंसिल आफ इंडिया के प्रमुख मार्कण्डेय काट्जू ने इस मामले में संलिप्त पुलिस कर्मियों पर तुरंत कार्रवाई करने की मांग की। काट्जू ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण को ईमेल भेजकर इस मामले में संलिप्त पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई नहीं करने पर कानूनी परिणाम भुगतने की चेतावनी दी।
कांग्रेस ने कहा है कि लड़कियों के खिलाफ पुलिस द्वारा मामला दर्ज किया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने महाराष्ट्र सरकार द्वारा इस मामले पर उचित कदम उठाने की उम्मीद जतायी।
दूरसंचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री कपिल सिब्बल ने भी इस मामले पर गहरा दुख व्यक्त किया और कहा कि सूचना प्रौद्योगिकी कानून का इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए था । (एजेंसी)
First Published: Tuesday, November 20, 2012, 12:53