Last Updated: Monday, November 5, 2012, 18:13

बहराइच : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने उन्हें घोषणा मुख्यमंत्री कहने वाली बसपा अध्यक्ष मायावती पर सोमवार को पलटवार करते हुए कहा कि राज्य की मौजूदा सपा सरकार जनता की गाढ़ी कमाई का धन मूर्तियों और स्मारकों पर खर्च करने के बजाय लोगों के चेहरे पर मुस्कान लाने के लिये कर रही है।
मुख्यमंत्री ने स्थानीय पुलिस लाइन मैदान पर देवीपाटन मण्डल के लाभार्थियों को बेरोजगारी भत्ता तथा कन्या विद्याधन के चेक बांटने के लिये आयोजित समारोह में किसी का नाम लिये बगैर कहा ‘कुछ लोग मुझे घोषणा मुख्यमंत्री कहने लगे हैं। सचाई यह है कि हम जनता की गाढ़ी कमाई का पैसा मूर्तियों और स्मारकों पर खर्च करने के बजाय लोगों के चेहरे पर मुस्कान लाने के लिये खर्च कर रहे हैं।’
गौरतलब है कि मायावती ने हाल में अपनी एक रैली में अखिलेश यादव को घोषणा मुख्यमंत्री करार देते हुए तंज किया था कि एलान करने के मामले में अखिलेश ने अपने पिता मुलायम सिंह यादव को भी पीछे छोड़ दिया है।
मुख्यमंत्री ने कहा ‘अभी हमने बेरोजगारी भत्ता दिया है। आने वाले समय में हम उद्योग नीति बनाकर प्रदेश के युवकों को रोजगार देने जा रहे हैं। हम भरोसा दिलाते हैं कि आने वाले दिनों में हम अपने घोषणापत्र में जनता से किये गये तमाम वादे पूरे करेंगे।’ अखिलेश ने कहा कि देश की तरक्की उत्तर प्रदेश से जुड़ी है और यह सूबा आगे बढ़ा तो पूरा देश खुशहाल होगा। उन्होंने कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर सख्त लहजे में कहा कि कानून से खिलवाड़ करने वाले बड़े से बड़े व्यक्ति को भी बख्शा नहीं जाएगा।
अखिलेश ने दोहराया कि सपा खुदरा बाजार में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के विरोध में है। उन्होंने कहा कि अभी तक जिन क्षेत्रों में एफडीआई को मंजूरी दी गयी है, उनमें किसानों का तो कोई हित नजर नहीं आया है।
अखिलेश ने मंडल के चारों जिलों में अनेक विकास परियोजनाओं का उद्घाटन तथा शिलान्यास किया और कतर्नियाघाट वन्यजीव क्षेत्र को पर्यटनस्थल के रूप में विकसित करने तथा प्रदेश मुख्यालय को नेपाल से जोड़ने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 28 सी को चौड़ाकर चौ-मार्गी बनाने की घोषणा की। इसके अलावा उन्होंने बहराइच जिले में 220 किलोवाट का एक पावर हाउस तथा 33 किलोवाट के चार विद्युत उपकेन्द्र लगवाने की बात भी कही। (एजेंसी)
First Published: Monday, November 5, 2012, 15:54