Last Updated: Tuesday, June 25, 2013, 19:29
कोट्टायम (केरल) : हममें से कितनों को पता है कि 15 अगस्त, 1947 को जब भारत आजाद हुआ था, वह दिन शुक्रवार था, या प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या बुधवार को हुई थी, या राजकुमारी डायना का निधन रविवार के दिन हुआ था। अब किसी भी वर्ष में घटित खास घटना के दिन का पता लगाना हो तो उसके लिए 14 पृष्ठ के कैलेंडर पर एक नजर दौड़ाने की जरूरत है। यह कैलेंडर कोट्टायम के एक एक्स-रे तकनीशियन ने तैयार किया है।
केरल के 47 वर्षीय शाजी थॉमस 3,000 सालों के 28 पृष्ठों का कैलेंडर तैयार करने के लिए गिनीज वर्ल्ड रिकॉड बुक में अपना नाम दर्ज कराना चाहते हैं। तिरुवनंतपुरम के सैनिक स्कूल से पढ़े थॉमस ने पिछले सप्ताह स्कूल में छात्र पुनर्मिलन समारोह में ऊंचे ओहदों पर पहुंच चुके अपने साथियों से कहा था कि भले ही मैं एक एक्स-रे तकनीशियन हूं, पर देखना जल्द ही मेरा नाम वर्ल्ड रिकार्ड बुक में दर्ज होगा।
थॉमस ने कहा कि मैंने 3,000 सालों (पहली सदी से 3,000वीं सदी) के कैलेंडर का कॉपीराइट खरीद लिया। इस समय मैंने 301 सालों का कैलेंडर प्रिंट किया है, जो 14 पृष्ठों का है। 3,000 सालों का कैलेंडर 28 पृष्टों का होगा। थॉमस ने लिम्का बुक ऑफ रिकार्ड और गिनीज वर्ल्ड रिकॉड में नाम दर्ज कराने के लिए आवेदन किया है।
उन्होंने कहा कि कई कम्पनियों ने कैलेंडर की मार्केटिंग के लिए मुझसे सम्पर्क किया है, लेकिन अभी मैंने कोई फैसला नहीं लिया है। इस कैलेंडर को तैयार करने के लिए मैंने पूरे आठ साल तक कड़ी मेहनत की है। फिलहाल मैं लिम्का और गिनीज बुक में आवेदन देने के लिए जरूरी कागजात बनवा रहा हूं। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, June 25, 2013, 19:29