Last Updated: Saturday, June 23, 2012, 16:43

नई दिल्ली : अनुराग कश्यप की फिल्म ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’ में मुख्य किरदार निभाने वाले मनोज वाजपेयी ने कश्यप की अभी तक अप्रदर्शित फिल्म ‘पांच’ का निर्माता बनने की सोची थी।
कई दमदार कहानियां लिख चुके अनुराग कश्यप 2003 में फिल्म ‘पांच’ के जरिए बतौर निर्देशक अपना कॅरियर शुरू करने वाले थे लेकिन सेंसर बोर्ड की आपत्ति के कारण यह अब तक रिलीज नहीं हो सकी है।
यह फिल्म 1976-77 में हुए जोशी-अभयंकर सिलसिलेवार हत्याओं पर आधारित थी।
वाजपेयी ने कहा, उस समय मैं अनुराग की ‘पांच’ में सिर्फ अभिनय करने की ही नहीं सोच रहा था, मैं उसका सह-निर्माण भी करने की सोच रहा था। अनुराग ने मेरे कॅरियर को बदल कर रख देने वाली तीन फिल्में ‘सत्या’, ‘कौन’ और ‘शूल’ लिखी हैं।
मनोज ने कहा, मैं जानता था कि यह आदमी काफी आगे जाएगा। उन्होंने मुझे ‘पांच’ की कहानी सुनाई और यह मुझे पसंद आई।
हालांकि, इन दोनों ने कुछ गलतफहमियां हो जाने के कारण कुछ समय तक साथ काम नहीं किया। लेकिन वाजपेयी का कहना है कि भावुक होकर वे ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’ के जरिए कश्यप के साथ वापस जुड़ गए।
वाजपेयी के मुताबिक एक रात मुझे अनुराग ने फोन किया और कहा कि उसके पास मेरे लिए एक कहानी है। वह इस कहानी को एक या दो दिन बाद सुनाना चाहता था लेकिन मैंने उसी रात कहानी सुनाने पर जोर दिया।’
वाजपेयी ने कहा, मैं उसी समय अनुराग के घर गया और उसने मुझे गैंग्स ऑफ वासेपुर की कहानी सुनाई। मैंने उसे अपनी सहमति दे दी।
हालांकि वाजपेयी को फिल्म का नाम ज्यादा पसंद नहीं था लेकिन अनुराग के लिए उन्होंने इसके लिए हां कह दी।
वाजपेयी कहते हैं कि मेरे लिए फिल्म को साइन करने के लिए बड़े कारण होते हैं। अनुराग फिल्म को कोई भी नाम क्यों न देता, मैं तब भी उसका एक हिस्सा होता।
अनुराग कश्यप की यह फिल्म इस साल कान फिल्म समारोह में भी प्रदर्शित की जा चुकी है। (एजेंसी)
First Published: Saturday, June 23, 2012, 16:43