Last Updated: Friday, March 22, 2013, 10:45

मुंबई: वर्ष 1993 के मुंबई विस्फोटों के मामले में शस्त्र अधिनियम के तहत संजय दत्त को सर्वोच्च न्यायालय द्वारा भी दोषी करार दिए जाने के बाद संजय के वकील माजिद मेमन ने गुरुवार को कहा कि अवैध हथियार रखना बॉलीवुड अभिनेता की `नासमझी` है। न्यायालय ने संजय दत्त को पांच साल कैद की सजा सुनाई। संजय को चार हफ्तों के भीतर आत्मसमर्पण करने को कहा गया है।
मेमन ने कह कि जिन दिनों का यह मामला है, उस समय संजय दत्त नौजवान थे और नासमझी में उन्होंने अपने घर में अवैध हथियार रख लिया। वह न तो देशद्रोही और न ही आतंकवादी हैं। उनकी इस कारस्तानी को सिर्फ नासमझी ही कहा जा सकता है, अपराधी के रूप में उन्हें प्रचारित किया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है।
मेमन ने कहा कि इन सबके बावजूद संजय दत्त को साहस और धैर्य का परिचय देना चाहिए, लेकिन निश्चित रूप से वह अंदर से टूट चुके हैं।
उन्होंने कहा कि वह अपने जीवन के 20 साल एक आहत व्यक्ति के रूप में गुजार चुके हैं। अवैध हथियार रखने के लिए यह स्वयं में एक बड़ी सजा है।
मेमन ने कहा, "वह आज जो हैं, 1990 के दशक में जो संजय दत्त हुआ करते थे, उससे बिल्कुल अलग व्यक्ति हैं। अपनी नासमझी भरी कारस्तानी के चलते इस दरम्यान उन्होंने काफी कुछ झेला भी है। हमारी न्याय व्यवस्था की धीमी चाल के कारण वह आरोपों के बादल से घिरे रहे हैं।"
मेमन ने कहा कि संजय दत्त के वकीलों की टीम सर्वोच्च न्यायालय के फैसले को सावधानी से परखेगी, प्रत्येक शब्द को परखेगी और इस संभावना का पता लगाएगी कि इस फैसले पर पुनर्विचार याचिका दायर करना कितना कारगर रहेगा। (एजेंसी)
First Published: Friday, March 22, 2013, 10:45