गरीबों के लिए सस्ती दवा उपलब्ध कराने की व्यवस्था हो: आमिर

गरीबों के लिए सस्ती दवा उपलब्ध कराने की व्यवस्था हो: आमिर

गरीबों के लिए सस्ती दवा उपलब्ध कराने की व्यवस्था हो: आमिरनई दिल्ली: देश में मल्टी ब्रांड खुदरा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश पर जारी बहस के बीच संसद की स्थायी समिति के समक्ष आज प्रसिद्ध बालीवुड अभिनेता आमिर खान ने फार्मा क्षेत्र में एफडीआई के विषय पर विचार व्यक्त किया और गरीबों के लिए पर्याप्त मात्रा में सस्ती दवाएं उपलब्ध कराने की मांग की। सूत्रों ने बताया कि आमिर खान ने फार्मा क्षेत्र में एफडीआई का समर्थन तो किया लेकिन गरीबों के लिए सस्ती और पर्याप्त मात्रा में दवा उपलब्ध कराने के लिए सुव्यवस्थित तंत्र बनाये जाने और छोटी कंपनियों का संरक्षण करने की वकालत की।

समिति की बैठक के बाद संवाददाताओं से बातचीत के दौरान आमिर खान ने कहा कि बैठक की बातें गोपनीय होती हैं, इसे जाहिर नहीं किया जा सकता है।

उन्होंने कहा कि फार्मास्यूटिकल कंपनियों को यह ध्यान देना चाहिए कि गरीबों को पर्याप्त मात्रा में सस्ती दवाएं मिल सके। सरकार के साथ ही इन कंपनियों की जिम्मेदारी भी होती है और वह सस्ती दवा बेचकर भी मुनाफा कमा सकती हैं।

ट्रेडमार्क के दायरे से बाहर की दवाओं (जेनेरिक मेडिसिन) के बारे में उन्होंने कहा कि कुछ पक्षों ने ऐसी दवाओं की गुणवत्ता पर सवाल किये हैं लेकिन यह सही नहीं है। नियामक निकाय ऐसी दवाओं की बिक्री से पहले इसकी जांच परख करता है।

आमिर ने गरीब मरीजों को सस्ती दवाएं मुहैया कराने की व्यवस्था करने के लिए तमिलनाडु और राजस्थान सरकार की सराहना की। टेलीविजन पर प्रसारित होने वाले लोकप्रिय कार्यक्रम सत्यमेव जयते के माध्यम से चिकित्सा क्षेत्र से जुड़े कदाचार को उजागर करने का प्रयास करने वाले बालीवुड अभिनेता आमिर खान को वाणिज्य संबंधी संसद की स्थायी समिति के अध्यक्ष एवं भाजपा सांसद शांता कुमार ने फार्मा क्षेत्र से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर विचारों के आदान प्रदान के लिए आमिर खान को आज आमंत्रित किया था।

शांता कुमार ने कहा कि आमिर खान ने अपने कार्यक्रम सत्यमेव जयते में चिकित्सा क्षेत्र से जुड़े विभिन्न पहलुओं को उठाया है। गरीबों को दवा नहीं सुलभ होने के विषय पर भी उन्होंने देश का ध्यान खींचा है। उन्होंने आमिर को बुलाये जाने को प्रचार पाने का माध्यम बताये जाने के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि कोई भी व्यक्ति जो इस विषय पर ठोस विचार रखना चाहता हो, वह समिति के समक्ष विचार रख सकता है।

उन्होंने कहा कि देश की 70 करोड़ जनता 20 रूपये प्रतिदिन पर गुजारा करती है, ऐसे में 20 रूपये में एक दवा मिलना किसी भी लिहाज से ठीक नहीं है। उन्होंने कहा था कि इसी संदर्भ में संसद की स्थायी समिति के समक्ष आमिर खान को अपनी टीम के साथ आने और विचार साझा करने के लिए आमंत्रित किया गया है।

27 मई को प्रसारित सत्यमेव जयते कार्यक्रम में आमिर खान ने चिकित्सा क्षेत्र में कदाचार के विषय को उठाया था। इसमें जीवन रक्षक दवाओं की काफी अधिक कीमतें होने के कारण उन तक गरीबों की पहुंच नहीं होने पर चिंता जताई गई थी।

वहीं, भारतीय चिकित्सा संघ ने आमिर से तत्काल माफी मांगने को कहा था और ऐसा नहीं किये जाने पर कानूनी कार्रवाई की धमकी दी थी । आमिर खान ने हालांकि माफी मांगने से इंकार कर दिया।

सूत्रों ने बताया कि बहुराष्ट्रीय कंपनियों के फार्मा क्षेत्र में प्रभाव बढ़ने से दवाइयों की कीमतों में काफी वृद्धि होने तथा गरीबों को रोगों के उपचार के लिए सस्ती दवाएं सुलभ नहीं होने के मद्देनजर संसद की स्थायी समिति विभिन्न पक्षों से विचारों का आदान प्रदान कर रही है। (एजेंसी)

First Published: Thursday, June 21, 2012, 16:20

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