Last Updated: Monday, September 17, 2012, 16:14

नई दिल्ली : आने वाले कुछ महीनों में बॉलीवुड में महिला केंद्रित फिल्मों का जलवा होगा। करीना कपूर की ‘हीरोइन’, रानी मुखर्जी की ‘आइया’ और श्रीदेवी की ‘इंग्लिश विंग्लिश’ के जरिए बॉलीवुड की अभिनेत्रियां बॉक्स ऑफिस पर बाकी फिल्मों से होड़ करने के लिए तैयार हैं।
इस साल की शुरूआत विद्या बालन की ‘कहानी’ से हुई। विद्या पहले ही पिछले साल अपनी सुपरहिट ‘द डर्टी पिक्चर’ के जरिए बॉक्स ऑफिस पर पुरूषों के वर्चस्व को चुनौती दे चुकी थीं। उनकी इस फिल्म ने कई भ्रम चुटकियों में तोड़ डाले।
‘कहानी’ में एक सात माह की गर्भवती महिला का किरदार निभाते हुए बालन आलोचकों की सराहना लेने में सफल रहीं जबकि फिल्म में कोई अन्य बड़ा सितारा मौजूद नहीं था।
बिपाशा की ‘राज 3’ में भी एक असफल होती सुपरस्टार का किरदार काफी पसंद किया गया और ‘राज 3’ एक हिट फिल्म साबित हुई।
बिपाशा खुश हैं कि पुरूष प्रधान बॉलीवुड में आजकल महिला केंद्रित किरदारों को कुछ तो जगह मिलने लगी है।
बिपाशा ने कहा, ‘‘बॉलीवुड में नायकों की प्रधानता है क्योंकि वे भीड़ जुटाने में सफल हैं। लेकिन अब अभिनेत्रियों के लिए भी एक नई शुरूआत है और मैं इसका हिस्सा बनकर खुश हूं।’’
करीना कपूर को वैसे तो अधिकतर नायक प्रधान फिल्मों में ग्लैमरस किरदारों में देखा गया है लेकिन मधुर भंडारकर की अगली फिल्म ‘हीरोइन’ पूरी तरह करीना के कंधों पर टिकी है। यह फिल्म भी ऐसी सुपरस्टार की कहानी है जिसकी विफलताओं का दौर शुरू हो चुका है। करीना कहती हैं, ‘‘मैं खुश हूं कि ‘हीरोइन’ में मैं अपना अब तक का सबसे साहसी किरदार निभा रही हूं। बहुत कम अभिनेत्रियां ही होंगी जो एक ढलती हुई अभिनेत्री का किरदार निभाना चाहेंगी।’’ इन अभिनेत्रियों के अलावा प्रीति जिंटा और रानी मुखर्जी भी काफी समय तक बड़े पर्दे से दूर रहने के बाद अब दर्शकों के बीच वापसी करेंगी। प्रीति की फिल्म ‘इश्क इन पेरिस’ और रानी की ‘आईया’ इस अक्टूबर में ही सिनेमाघरों में प्रदर्शित होंगी।
प्रीति पूरे चार साल बाद बड़े पर्दे पर वापसी कर रही हैं जबकि रानी पिछले साल आई ‘नो वन किल्ड जेसिका’ के बाद दर्शकों के सामने होंगी।
‘सदमा’, ‘चांदनी’, ‘मिस्टर इंडिया’ और ‘लम्हे’ जैसी फिल्मों से फिल्मी दुनिया में धाक जमाने वाली श्रीदेवी भी पूरे 15 साल के बाद ‘इंग्लिश विंग्लिश’ के साथ वापसी करने जा रही हैं।
इस फिल्म में श्रीदेवी एक ऐसी पारंपरिक भारतीय गृहिणी की भूमिका निभा रही हैं जिसपर उस परिवार की जिम्मेदारी है जो कि कभी उसका शुक्रगुजार नहीं रहा। कहानी में यह महिला एक शादी में शामिल होने के लिए न्यूयार्क जाती है और फिर अंग्रेजी का प्रशिक्षण लेती है। कहानी इसी महिला के चारों ओर घूमती है कि वह किस तरह अपना सम्मान वापस हासिल करती है।
फिल्मकार आर बाल्की की पत्नी गौरी शिंदे द्वारा निर्देशित इस फिल्म को टोरंटो अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोह में हाल ही में प्रदर्शित किया गया तो उसे काफी सराहना मिली। (एजेंसी)
First Published: Monday, September 17, 2012, 16:14